फ्रांस और ब्रिटेन के बीच कुछ ही घंटों में फिर से शुरू होगा लॉरियों का आवागमन
फ्रांस और ब्रिटेन के बीच लॉरियों का आवागमन जल्द ही शुरू होगा,
जनता से रिश्ता वेबडेस्क : फ्रांस और ब्रिटेन के बीच लॉरियों का आवागमन जल्द ही शुरू होगा, क्योंकि ब्रिटेन की सीमाओं को डोवर बंदरगाह के साथ फिर से खोलने की बात कही जा रही है। इससे पहले फ्रांस ने रविवार को कहा था कि, वह ब्रिटेन से आने वाले सभी लोगों को रविवार रात से 48 घंटे के लिए रोक देगा, जिसमें माल वाहक भी शामिल हैं, चाहे वह सड़क, वायु, समुद्र या रेल से हो।
गौरतलब है कि डोवर के माध्यम से कम से कम 10,000 लॉरियां एक दिन में यात्रा करती हैं, जो ब्रिटेन में लाए और बेचे जाने वाले सभी सामानों का 20 प्रतिशत हिस्सा है। डर था कि फ्रांसीसी सीमा बंद होने से ताजा भोजन और कोरोना वैक्सीन की कमी हो जाएगी। वहीं, फ्रांसीसी सरकार ने सोमवार को एक बयान जारी कर कहा कि दोनों देशों के बीच 'कुछ ही घंटों में' फिर से आवागमन शुरू होगा।
ब्रिटेन से विमानों की आवाजाही पर रोक
बता दें कोरोना के नए स्ट्रेन के चलते जर्मनी, इटली, बेल्जियम, डेनमार्क, बुल्गारिया, आयरिश रिपब्लिक, तुर्की और कनाडा के ब्रिटेन से विमानों की आवाजाही पर रोक लगाने के बाद फ्रांस ने भी ब्रिटेन के लिए अपनी सीमाएं बंद करने का फैसला किया।
ब्रिटेन में श्रेणी-4 के सख्त लॉकडाउन को लागू किया गया है
ब्रिटेन में श्रेणी-4 के सख्त लॉकडाउन को लागू किया गया है और सभी अनावश्यक यात्राओं व कार्यक्रमों पर प्रतिबंध है। जिन अन्य देशों और क्षेत्रों ने ब्रिटेन की यात्रा पर प्रतिबंध लगाया है उनमें हांगकांग, इस्राइल, ईरान, क्रोएशिया, अर्जेंटीना, मोरक्को, चिली और कुवैत शामिल हैं।
भारत ने भी ब्रिटेन की फ्लाइट्स पर लगाई रोक
वहीं, भारत ने ब्रिटेन की फ्लाइट्स पर 22-31 दिसंबर तक रोक लगा दी है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय की ओर से सोमवार को इस बात की जानकारी दी गई। नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि हम अस्थायी तौर पर ब्रिटेन से आने और वहां जाने वाली सभी फ्लाइट्स पर प्रतिबंध लगा रहे हैं। सभी यात्री जो ब्रिटेन से भारत आ रहे हैं उन्हें आरटी-पीसीआर टेस्ट कराना और सात दिन के क्वारंटीन में रहना अनिवार्य होगा।
ब्रिटेन में कोरोना का नया स्ट्रेन तेजी से फैल रहा
बता दें कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन अन्य राष्ट्रों के उपायों के मद्देनजर आज सरकार की संकट समिति, कोबरा की बैठक की अध्यक्षता करेंगे। जॉनसन ने शनिवार को कहा था कि कोरोना का नया स्ट्रेन तेजी से फैल रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा था कि इसका कोई सबूत नहीं है कि यह अधिक घातक है या अधिक गंभीर बीमारी का कारण बनेगा या कि टीके इसके खिलाफ कम प्रभावी होंगे।