मलेशिया में नहीं बढ़ाएगी लॉकडाउन, कानून मंत्री बोले- जान बचाने के लिए कर रहे काम, विपक्ष ने लगाया 'देशद्रोह' का आरोप
मलेशिया (Malaysia) की सरकार कोरोना के चलते लगाए गए ‘विवादास्पद’ आपातकाल को 1 अगस्त से आगे नहीं बढ़ाएगी. सोमवार को एक मंत्री ने इसकी जानकारी दी
मलेशिया (Malaysia) की सरकार कोरोना के चलते लगाए गए 'विवादास्पद' आपातकाल को 1 अगस्त से आगे नहीं बढ़ाएगी. सोमवार को एक मंत्री ने इसकी जानकारी दी. सरकार के इस फैसले ने बड़े स्तर पर जनता के आक्रोश को जन्म दिया था. जनवरी में राजा ने प्रधानमंत्री मुहिद्दीन यासीन की सलाह के बाद कोरोनावायरस (Coronavirus) से लड़ने के लिए आधे से ज्यादा देश में पहले राष्ट्रव्यापी आपातकाल (Emergency) की घोषणा की थी.
इसने सरकार को डिक्री द्वारा शासन करने और संसद को सस्पेंड करने की अनुमति दी, जिसके बाद आलोचकों ने मुहिद्दीन पर अविश्वास मत से बचने और अपने कमजोर गठबंधन को बचाने के लिए महामारी का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया था. आपातकाल और देशव्यापी लॉकडाउन के बाद भी देश कोरोना के प्रकोप से बच नहीं पाया, जिसके लिए अत्यधिक संक्रामक डेल्टा वेरिएंट जिम्मेदार था.
लघु सत्र सिर्फ दिखावा
मलेशिया में कोरोना संक्रमण का आंकड़ा 10 लाख को पार कर चुका है और करीब 8,000 मौतें हुई हैं. जनता के बढ़ते गुस्से और राजा के दबाव के चलते मुहीद्दीन ने अगले महीने आधिकारिक तौर पर आपातकाल समाप्त होने से पहले पांच दिनों की बैठक के लिए संसद को फिर से बुलाने पर सहमति व्यक्त की. हालांकि, विपक्ष ने लघु सत्र को एक दिखावा करार दिया है.
222 सीटों वाले निचले सदन में सोमवार को सांसद इकट्ठा हुए. इस दौरान वो मास्क पहने हुए थे और उनके बीच सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए ट्रांसपैरेंट स्क्रीन मौजूद थी. इस दौरान कानून मंत्री तकीउद्दीन हसन ने घोषणा की कि सरकार आपातकाल को बढ़ाने के लिए अनुरोध नहीं करेगी.
विपक्ष ने लगाया देशद्रोह का आरोप
मुहीद्दीन ने अपने संबोधन में कहा कि कोविड मामलों में बढ़ोत्तरी के बीच जनता की चिंता को समझते हैं. उन्होंने कहा कि सरकार पीछे बैठकर सिर्फ पीड़ित जनता को नहीं देख रही है, हम जान बचाने के लिए काम कर रहे हैं. विपक्षी नेता अनवर इब्राहिम ने सदन को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने राजा की इच्छाओं का पालन नहीं करने के लिए 'देशद्रोही' के रूप में काम किया है.
वहीं बांग्लादेश की सरकार ने रविवार को चेतावनी दी कि ईद-उल-अजहा की छुट्टियों के बाद कोरोना वायरस से होने वाली मौतों और संक्रमण के मामलों की बढ़ती संख्या को लेकर चिंताओं के बीच, अगर कोविड-19 के मामले मौजूदा गति से बढ़ते रहे तो अस्पतालों में मरीजों के लिए कोई जगह नहीं बचेगी. बांग्लादेश में वर्तमान समय में कोविड-19 मामलों और मौतों में नए सिरे से वृद्धि देखी जा रही है.