पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के तरह ही ईसाई समुदाय के लोग भी कई गंभीर समस्याओं का कर रहे सामना
लेकिन उनके आर्थिक हालात इतने खराब है कि वो इलाके में घर या जमीन नहीं खरीद सकते।
पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के तरह ही ईसाई समुदाय के लोग भी कई गंभीर समस्याओं का सामना कर रहे हैं। देश की स्थानीय मीडिया के मुताबिक, बलूचिस्तान प्रांत के कोहलू जिले में ईसाई समुदाय के लोग रहने के लिए घरों की कमी का भारी सामना कर रहे हैं। साथ ही इलाके में बुनियादी सुविधाओं समेत कई गंभीर समस्याओं ने घर किया हुआ है।
बलूचिस्तान का कोहलू जिला एक पिछड़ा और सुदूर क्षेत्र है। यहां की आबादी ढाई लाख के करीब है, इलाके में लोग बुनियादी सुविधाओं के आभाव में जीवनयापन कर रहे हैं। जिले के रहवासी ईसाई 52 वर्षीय जुमा मसीह ने बताया कि उनका परिवार पिछले पांच दशकों से कोहलू में रह रहा है। शुरुआत में यहां बहुत कम लोग थे लेकिन अब उनकी संख्या बढ़कर 300 हो गई है और वे 50 घरों में ही रह रहे हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक मसीह ने बताया कि वक्त के साथ इलाके में ईसाई समुदाय की आबादी बढ़ी है। अब उन्हें घरों की कमी का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन उनके आर्थिक हालात इतने खराब है कि वो इलाके में घर या जमीन नहीं खरीद सकते।