बीजिंग, (आईएएनएस)। अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी का 66वां आम सम्मेलन वियना में आयोजित हुआ, क्योंकि चीन ने गत वर्ष नवंबर में एजेंसी की परिषद में अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया के बीच परमाणु पनडुब्बी सहयोग पर अंतर-सरकारी समीक्षा प्रक्रिया शुरू की थी, इसलिए एजेंसी ने पहली बार आम सभा के स्तर पर इन तीन देशों के बीच परमाणु पनडुब्बी सहयोग के मुद्दे की समीक्षा की है।
इस सम्मेलन में चीन ने तीन देशों के बीच परमाणु पनडुब्बियों के सहयोग के लिए वैधीकरण की मांग करने के लिए अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया द्वारा जबरन प्रचारित संशोधनों को पूरी तरह से खारिज कर दिया। सम्मेलन के बाद वियना में संयुक्त राष्ट्र कार्यालय और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों में स्थित चीन के स्थायी प्रतिनिधि वांग छून ने देसी-विदेशी मीडियों को इन्टरव्यू देते समय संबंधित जानकारियां दीं।
वांग छून ने कहा कि सम्मेलन में इन तीन देशों के बीच परमाणु पनडुब्बियों के सहयोग पर तीव्र वाद-विवाद हुआ। अधिकांश सदस्य देशों ने तीन देशों के परमाणु पनडुब्बियों पर सहयोग से पैदा परमाणु प्रसार के जोखिम पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। परमाणु हथियारों के अप्रसार संधि (एनपीटी), एजेंसी के कानून, एजेंसी की अप्रसार जिम्मेदारियों, और एजेंसी के सदस्य देशों के नेतृत्व में अंतर सरकारी समीक्षा प्रक्रिया का पालन करना या नहीं, जो अधिकांश सदस्य देशों और तीन देशों के बीच अंतर्विरोधों और मतभेदों का केंद्र बन गया है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)