अमेरिका में कोविड-19 मरने वालों की संख्या आठ लाख से ज्यादा, दक्षिण अफ्रीका में रिकॉर्ड 26976 मामले सामने आए
अमेरिका में कोविड-19 मरने वालों की संख्या आठ लाख का आंकड़ा पार पहुंच गई है। इनमें दो लाख से ज्यादा वे लोग भी शामिल हैं जिन की जान उस वक्त गई जब टीके उपलब्ध थे।
अमेरिका में कोविड-19 मरने वालों की संख्या आठ लाख का आंकड़ा पार पहुंच गई है। इनमें दो लाख से ज्यादा वे लोग भी शामिल हैं जिन की जान उस वक्त गई जब टीके उपलब्ध थे। जॉन हॉपकिंस विश्वविद्यालय द्वारा संकलित मौतों की संख्या अटलांटा और सेंट लुइस की साझा या मिनियापोलिस और क्लीवलैंड की कुल जनसंख्या के बराबर है। राष्ट्रपति जो बाइडन ने पीड़ितों के परिजनों से संवेदना जताई। उधर, दक्षिण अफ्रीका में बुधवार को रिकॉर्ड 26,976 नए मामले दर्ज किए गए हैं।
अमेरिका में किसी भी देश की तुलना में मृतक संख्या सबसे अधिक है। अमेरिका में दुनिया की आबादी का लगभग 4 प्रतिशत हिस्सा है, लेकिन दुनिया में मौत के 53 लाख ज्ञात मामलों के करीब 15 प्रतिशत मामले अमेरिका से है। माना जाता है कि अमेरिका और दुनिया भर में वास्तविक मृत्यु दर काफी अधिक है क्योंकि मौत के कई मामलों को अनदेखा या छुपाया गया था।
वाशिंगटन विश्वविद्यालय के पूर्वानुमान मॉडल में एक मार्च तक अमेरिका में कुल 8,80,000 से अधिक मौत का अनुमान है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने अफसोस जताया कि अमेरिका में मौत के कई मामले ऐसे रहे जो हृदयविदारक रहे क्योंकि उन्हें टीके के माध्यम से रोका जा सकता था। टीके एक साल पहले दिसंबर के मध्य में उपलब्ध हो गए थे और इस साल अप्रैल के मध्य तक सभी वयस्कों के लिए इसे सुलभ कर दिया था।
दक्षिण कोरिया : नकेल कसने की तैयारी
दक्षिण कोरिया में रिकॉर्ड तोड़ मामलों को देखते हुए कोरोना से निपटने के लिए सख्त उपाय अपनाए गए हैं। यहां सामाजिक समारोहों पर नकेल कसने की तैयारी कर ली गई है। प्रधानमंत्री किम बू-क्यूम ने सख्त उपायों गी घोषणा करते हुए देश में एक दिन के भीतर 7,850 मामलों के रिकॉर्ड मामलों की पुष्टि की। इस माह चौथी बार दैनिक आंकड़ा 7,000 को पार किया है। देश में पिछले 24 घंटे में 70 मौतें हुई हैं।
केन्या में ओमिक्रॉन के तीन मामले
केन्या के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट के तीन मामलों का पता चला है। कैबिनेट सचिव मुताही कागवे ने कहा, देश के हवाई अड्डों पर यात्रियों के बीच ये मामले सामने आए हैं। उन्होंने कहा, वैरिएंट आएंगे और जाएंगे लेकिन यह प्रतिक्रियाओं का समय नहीं है। हम हालात पर नजर रखे हुए हैं।
ओमिक्रॉन डेल्टा की तुलना में ज्यादा तेजी से फैलता है
अमेरिकी रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र की निदेशक रोशेल वालेंस्की ने कहा कि शुरुआती आंकड़ों से पता चलता है ओमिक्रॉन डेल्टा की तुलना में ज्यादा तेजी से फैलता है। इसके दोगुना होने का समय दो दिन है।
आगे उन्होंने कहा कि 75 से अधिक देशों ने कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट संक्रमित मामलों की पुष्टि की है। सीडीसी ने बुधवार को जीनोम सीक्वेंसिंग को लेकर डेटा जारी किया जो बताएगा ओमिक्रॉन वैरिएंट कितना प्रसार का अनुमान लगाता है।
ओमिक्रॉन के खिलाफ कम असरदार हो सकती वैक्सीन : डब्ल्यूएचओ
कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट और टीके के प्रभाव को लेकर स्थिति चिंताजनक होती जा रही है। कोविड टास्क फोर्स प्रमुख डॉ. वीके पॉल के बाद अब विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भी चेताया है कि कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट के खिलाफ वैक्सीन कम असरदार हो सकती है।
प्राथमिक साक्ष्यों के आधार पर डब्ल्यूएचओ का कहना है कि मुमकिन है, ओमिक्रॉन पर टीके के कम प्रभाव के चलते इसकी संक्रमण क्षमता और दोबारा संक्रमण होने का भी खतरा बढ़ जाए। हालांकि डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि कौन सा ओमिक्रॉन संक्रमण टीके से बनी इम्युनिटी को धोखा दे सकता है, यह स्पष्ट नहीं है। इसके परिणाम स्वरूप कोरोना के नए वैरिएंट से खतरा अधिक है।
वैज्ञानिकों ने अणु खोजा जो कोरोना संक्रमण को रोकेगा
ओमिक्रॉन के बढ़ते प्रकोप के बीच एक बड़ी कामयाबी मिली है। डेनमार्क के आरहुस यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने ऐसा अणु तैयार किया है जो कोरोना संक्रमण रोकने में मददगार होगा। पीएनएएस जर्नल में छपी रिपोर्ट के अनुसार यह अणु वायरस की सतह पर चिपक जाएगा जिससे वायरस मानव शरीर की कोशिका में प्रवेश नहीं कर पाएगा संक्रमण रुक सकेगा।
वुहान के लैब से वायरस के लीक होने की संभावना अधिक
कनाडा की शीर्ष मॉलिक्युलर बायोलॉजिस्ट डॉ. अलिना चैन ने ब्रिटेन की संसद को बुधवार को बताया कि चीन के वुहान की लैब से कोरोना वायरस के लीक होने की संभावना अधिक है। डॉ. चैन ने बताया, हुआन के सी-फूड बाजार में कुछ तो ऐसा हुआ जिससे वायरस मनुष्यों तक पहुंच गया। उन्होंने स्पष्ट किया कि वायरस की उत्पत्ति सी-फूड मार्केट से होने का कोई साक्ष्य नहीं मिला है। संसद सदस्यों के सवाल पर उन्होंने कहा, दुनिया इस तथ्य तक जरूर पहुंच जाएगी, सही चीज तक पहुंचने में थोड़ा समय लगता है।