जानिए क्यों नासा ने कहा- पृथ्वी को बचाने के लिए हमारे पास कोई तकनीक नहीं...

नासा की खबर

Update: 2021-05-16 14:43 GMT

दुनियाभर में नासा (NASA) और उसके साथियों ने पिछले महीने एक खास तरह का अभ्यास किया ताकि यह निर्धारित किया जा सके कि वैज्ञानिकों को पृथ्वी (Earth) की ओर आने वाले एस्टेरॉयड (Asteroid) की भयावह टक्कर को रोकने के तरीके को समझने और खोजने में कितना समय लगेगा. हालांकि यह एस्टेरॉयड काल्पनिक था और इसका उद्देश्य वैज्ञानिकों को ऐसी परिस्थितियों के लिए तैयार होने का समय देना था.


वैज्ञानिकों ने घटनाक्रम बनाया : लगभग 35 मिलियन मील (56.3 मिलियन किलोमीटर) दूर से एक रहस्यमयी एस्टेरॉयड पृथ्वी की ओर आ रहा है और छह महीने में पृथ्वी से टकरा सकता है. 2021 पीडीसी नामक काल्पनिक एस्टेरॉयड की दिशा को रोकने या बदलने के तरीकों की योजना बनाने के लिए वैज्ञानिकों को 26 अप्रैल से एक सप्ताह का समय दिया गया.

एस्टेरॉयड को रोकने के लिए कोई तकनीक नहीं
प्रतिभागियों को हर दिन एस्टेरॉयड के बारे में जानकारी दी गई. एस्टेरॉयड का आकार 35 मीटर और 700 मीटर के बीच निर्धारित किया गया था. हर गुजरते घंटे के साथ वैज्ञानिकों ने जानकारी विकसित शुरू कर दिया. दूसरे दिन वैज्ञानिकों ने पुष्टि की कि एस्टेरॉयड का प्रभाव आने वाले छह महीनों में एक विशाल क्षेत्र में होगा, जिसमें यूरोप और उत्तरी अफ्रीका शामिल हैं.

हफ्ते के आखिर तक उन्होंने कुछ हद तक निश्चितता के साथ कहा कि एस्टेरॉयड जर्मनी और चेक रिपब्लिक के बीच टकराएगा. वैज्ञानिकों ने बाद में निष्कर्ष निकाला कि वर्तमान में एक विशाल एस्टेरॉयड को दुनिया का सफाया करने से रोकने के लिए कोई तकनीक उपलब्ध नहीं है. उन्होंने कहा कि एस्टेरॉयड को रास्ते से हटाने के लिए छह महीने के अधिक समय की आवश्यकता होगी.

परमाणु विस्फोटक उपकरण एक विकल्प
वैज्ञानिकों ने एक बयान में कहा कि अगर वास्तविक जीवन में इस तरह की परिस्थिति का सामना करना पड़ता है तो हम वर्तमान क्षमताओं के साथ इतने कम समय में किसी भी अंतरिक्ष यान को लॉन्च नहीं कर पाएंगे. उन्होंने यह भी कहा कि एस्टेरॉयड को बाधित करने के लिए परमाणु विस्फोटक उपकरण का इस्तेमाल एस्टेरॉयड के गुणों की स्पष्ट समझ के अभाव में भी नुकसान के जोखिम को कम सकता है. हालांकि बड़े एस्टेरॉयड के लिए विशिष्ट परमाणु विस्फोटक उपकरणों की क्षमता पर्याप्त नहीं हो सकती है.
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