दक्षिण कोरिया के सैन्य अभ्यास से किम जोंग को आया गुस्सा, जारी किया ये फरमान
उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग उन दक्षिण कोरिया के सैन्य अभ्यास से इतने खफा हो गए कि उन्होंने गोले दागने का फरमान जारी कर दिया। उत्तर कोरिया की सेना को समुद्र में गोले दागने का फरमान मिला है। उत्तर कोरिया की सेना ने कहा कि उसने अंतर्देशीय सीमा क्षेत्र में दक्षिण कोरियाई गोलीबारी के अभ्यास के जवाब में लगातार दूसरे दिन समुद्र में तोपों से फिर गोले दागने का आदेश दिया है।उत्तर कोरिया के इस कदम से दोनों पड़ोसियों के सबंध और तनावपूर्ण होने की आशंका है।
दक्षिण कोरिया को वॉर्निंग देने के लिए गोले दागे गए-उत्तर कोरिया
उत्तर कोरिया के एक सैन्य प्रवक्ता ने बताया कि उत्तर कोरिया को सीमा क्षेत्र में दक्षिण कोरियाई तोपों के अभ्यास के संकेत मिले हैं और इसलिए तोपों से गोलाबारी की योजना दक्षिण कोरिया के लिए एक चेतावनी है। तटीय शहर चीयोवान के नजदीक दक्षिण कोरिया सोमवार से बुधवार तक सैन्य अभ्यास कर रहा है, जिसके जवाब में उत्तर कोरिया की ओर से यह कार्रवाई की गई। उत्तर कोरिया की सेना ने सोमवार को कहा कि उसने अपनी पश्चिमी व पूर्वी तटीय इकाइयों को चेतावनी के तौर पर तोपों से गोले दागने का निर्देश दिया है, क्योंकि चीयोवान क्षेत्र से दक्षिण-पूर्व में दक्षिण कोरिया के दर्जनों प्रक्षेप्य (प्रोजेक्टाइल) दिखने की बात सामने आई है।
दक्षिण कोरिया ने कहा-समझौते का पालन करे उत्तर कोरिया
इससे पहले दक्षिण कोरिया के चीफ ऑफ स्टाफ ने कहा कि तनाव को घटाने के लिए वर्ष 2018 में हुए अंतर कोरिया संधि के तहत उत्तरी हिस्से में बने बफर जोन में गोले दागे गए। दक्षिण कोरिया की सेना ने कहा कि गोले दागने के बाद उत्तरी कोरिया को मौखिक चेतावनी दी गई कि वह समझौते का अनुपालन करे। ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ की ओर से जारी बयान के मुताबिक दक्षिण कोरिया और अमेरिका की सेनएएं उत्तर कोरिया की सैन्य गतिविधियों पर करीब से नजर रखने के साथ-साथ किसी 'संभावित आपात स्थिति' का जवाब देने के लिए भी अपनी भी मजबूत कर रही हैं।
प्योंगयोग की यह कार्रवाई अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान की ओर से सांकेतिक रूप से उत्तर कोरिया के लोगों और संस्थानों पर प्रतिबंध लागने की घोषणा के बाद हुई है। तीनों देशों ने प्रतिबंधित लोगों और संस्थानों पर उत्तर कोरिया की परमाणु हथियार और मिसाइल कार्यक्रम की गैरकानूनी वित्तीय मदद का आरोप लगाया है। उत्तर कोरिया ने तीन नवंबर को पूर्वी तटीय सीमा के अपने हिस्से के बफर जोन में करीब 80 गोले दागने के बाद पहली बार यह कार्रवाई की है।