रेपिस्ट को मार डाला, महिला ने किया ये दावा, फैली सनसनी
इस मामले ने पूरी दुनिया में सुर्खियां बटोरी थीं.
नई दिल्ली: एक महिला ने रेपिस्ट की हत्या कर दी. महिला ने दावा किया कि उसने सेल्फ डिफेंस में रेपिस्ट का मर्डर कर दिया. महिला का यह भी कहना था कि रेपिस्ट उन्हें और उनके भाई को मारना चाहता था. इस मामले में महिला को कोर्ट ने 20 साल की सजा सुनाई थी. लेकिन हाल में इस महिला को रिहा कर दिया गया. अब इस विवादित केस की कहानी नेटफ्लिक्स पर दिखाई जाएगी.
34 साल की ब्रिटनी स्मिथ (Brittany Smith) ने 16 जनवरी 2018 को टॉड स्मिथ को गोली मार दी थी. तब टॉड की उम्र 38 साल थी. ब्रिटनी ने आरोप लगाया कि टॉड ने उनके घर में ही उनका गला घोंटने की कोशिश की, जब वह बेहोश हो गईं तो रेप किया. टॉड को ब्रिटनी ने तीन बार गोली मारी. इस मामले ने पूरी दुनिया में सुर्खियां बटोरी थीं.
उन्हें इस मामले में कोर्ट ने 20 साल कैद की सजा सुनाई, इसके बाद ब्रिटनी 18 महीने तक अलबामा (अमेरिका) की जेल में रही.
जेल में सजायाफ्ता रहीं ब्रिटनी ने बताया कि उन्होंने टॉड को केवल इसलिए मारा क्योंकि वह रेप करने के बाद उन्हें और उनके भाई क्रिस को मारना चाहता था. इस विवादित केस पर बनी State of Alabama vs. Brittany Smith डॉक्यूमेंट्री 10 नवम्बर को रिलीज होने जा रही है.
ब्रिटनी ने कहा, 'मुझे हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया, वह आदमी मेरे घर में था. मैंने वही किया जो मुझे ठीक लगा, अगर मैं ऐसा नहीं करती तो तो मैं और मेरा भाई दोनों ही मारे जाते. अब मैं अपने बच्चों के पास जाना चाहती हूं और उन्हें बताना चाहती हूं कि उनकी मां हत्यारी नहीं है, उनकी मां ने यह सब खुद को बचाने के लिए किया'.
ब्रिटनी की मां रोमोना ने कहा कि उनकी बेटी को मारा गया और उनका रेप किया गया. वह तो लगभग मर चुकी थी. अब 'सिस्टम' उसके साथ रेप और मारपीट कर रहा है.
ब्रिटनी ने कोर्ट में मामले की सुनवाई के दौरान कहा कि वह टॉड को उस समय से जानती थी, जब वह किशोरावस्था में था.
वहीं, घटना के बाद ब्रिटनी की मेडिकल जांच हुई तो उनके शरीर पर 30 से ज्यादा घाव मिले. लेकिन 48 घंटों के अंदर ही उन पर मर्डर का आरोप लगा दिया गया. इसके बाद उन्होंने 4 महीने जेल में बिताए. 6 महीने मनोरोग संस्थान में बिताए.
पिछले महीने जब इस मामले की सुनवाई हुई तो वकीलों ने ब्रिटनी पर लगे आरोप को खारिज करने की कोर्ट में गुहार लगाई. वकीलों ने ब्रिटनी के बचाव में कहा कि उन्होंने खुद को और अपने भाई को बचाने के लिए गोली चलाई थी.
टॉड ने तब ब्रिटनी के घर से जाने से भी इनकार कर दिया था. लेकिन जज जेनिफर होल्ट ने कहा कि ब्रिटनी दरवाजे और टॉड के बीच खड़ी हुई थीं, उन्होंने उस पर फायरिंग कर दी और उसे जाने का मौका नहीं दिया. हालांकि, तमाम दलील सुनने के बाद कोर्ट ने उन्हें 18 महीने के बाद रिहा कर दिया.
कोर्ट की सुनवाई में यह भी सामने आया कि टॉड पहले भी कई अपराधों में लिप्त रहा है. टॉड इससे 71 बार जेल जा चुका था, उसने अपनी पूर्व पत्नी और दूसरे पार्टनर्स को भी प्रताड़ित किया था.