यूक्रेन का खेरसॉन शहर 8 महीने बाद रूसी सेना के कब्जे से आजाद हो चुका है. शहर में यूक्रेन की सेना पहुंच चुकी है. इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने रविवार को कहा कि जांचकर्ताओं ने बताया कि रूसियों ने इस शहर में 400 से ज्यादा वॉर क्राइम किए हैं. उन्होंने अपने एक वीडियो संदेश में कहा कि रूसियों ने खेरसॉन में खूब अत्याचार किए हैं. उन्होंने कहा कि हम पहले ही 400 से अधिक रूसी युद्ध अपराधों के मामलों को दर्ज कर चुके हैं क्योंकि पुलिस को नागरिकों और सैनिकों के शव मिल रहे हैं. उन्होंने बताया कि 226 बस्तियों-गांवों में 100,000 से ज्यादा निवासी प्रभावित हुए हैं.
जेलेंस्की ने दो दिन पहले कहा था कि खेरसॉन अब हमारा है. यूक्रेनी सेना की विशेष इकाइयों ने खेरसॉन शहर में प्रवेश कर लिया है. हम रूसी सेना को देश से बाहर कर सभी को आजाद कराएंगे. मालूम हो कि रूसी सेना को खेरसान का करीब 30 प्रतिशत भूभाग खाली करना पड़ा है, लेकिन वह डेनिप्रो नदी के पूर्वी किनारे के खेरसान प्रांत के 70 प्रतिशत हिस्से पर काबिज है.
राष्ट्रपति कार्यालय के उप प्रमुख Kyrylo Tymoshenko ने बताया कि 13 नवंबर को नोवोरिस्क गांव में एक कार बारूदी सुरंग से टकरा गई, जिससे विस्फोट हो गया. उन्होंने बताया कि इस धमाके में चार नागरिक बुरी तरह जख्मी हो गए. वहीं खेरसॉन के गवर्नर यारोस्लाव यानुशेविच ने कहा, "दुश्मन ने (रूसी सेना) लगभग हर जगह लैंड माइंस बिछायी हुई हैं.
द वॉल स्ट्रीड जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक पश्चिमी देश रूस के साथ यूक्रेन की शांति वार्ता को आगे बढ़ाने की जरूरत पर एकमत नहीं हैं. अमेरिका और यूरोपीय संघ के वरिष्ठ अधिकारियों का मानना है कि आने वाले हफ्तों या महीनों में शांति वार्ता का अवसर दिखाई दे सकता है. हालांकि, अब इस तरह की बातचीत की जरूरत पर सवाल खुड़ा हो रहा है. निर्वासित मेलिटोपोल मेयर इवान फेडोरोव ने बताया कि रूसियों ने कब्जे वाले मेलिटोपोल को सैन्य अड्डे में बदल दिया है. उन्होंने कहा कि रूसी सैनिकों ने शहर में खेरसॉन और जापोरिज्जिया में स्थित एक अन्य रूसी कब्जे वाले शहर टोकमक से आना शुरू कर दिया.