लंदन | खालिस्तान समर्थक विदेश में भारत विरोधी अजेंडा चलाने से बाज नहीं आ रहे हैं। कुछ दिन पहले ही अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में भारतीय कॉन्सुलेट पर हमला किया गया। अब पोस्टर के जरिए लंदन में भारतीय उच्चायोग के सामने 'किल इंडिया रैली' को प्रमोट किया जा रहा है। बता दें कि इस बीच कई खालिस्तानी समर्थकों की मौत हो गई। अब वे इसको लेकर भारतीय अधिकारियों और पत्रकारों को टारगेट कर रहे हैं। खालिस्तानी समर्थकों ने इससे पहले कनाडा में 'किल इंडिया' रैली का प्लान बनाया था। भारत ने इसको सख्ती से हैंडल किया और इस तरह के अजेंडे का विरोध किया। अब वे लंदन में भी ऐसी ही रैली का प्लान कर रहे हैं।
'खालिस्तान किल इंडिया' रैली के लिए ट्विटर पर कई अकाउंट बनाए गए हैं। इनमें से ज्यादातर के 10-15 ही फॉलोअर हैं। इन्हीं के जरिए इन पोस्टर्स को रीट्वीट किया जा रहा है। इन पोस्ट में पत्रकारों को टैग किया गया है। एक पोस्टर में लिखा गया, 'खालिस्तान फ्रीडम रैली, 8 जुलाई , अपराह्न 12:30 बजे। यूके भारतीय उच्चायोग के सामने।' इस तरह से खालिस्तानी अपने अजेंडे को प्रमोट कर रहे हैं।
पोस्टर में यूके में भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दोराइस्वामी और शशांक विक्रम की तस्वीर भी छापी गई। इन पोस्टर में इन अधिकारियों को टारगेट करके कहा गया कि हरदीप सिंह निज्जर की मौत के लिए यही जिम्मेदार हैं। पोस्टर के क्लू देखकर लगता है कि इसे 'सिख फॉर जस्टिस' ने डिजाइन किया है।बता दें कि 18 जून को कनाडा के कोलंबिया में अज्ञात लोगों ने निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी थी। हालांकि खालिस्तानी समर्थक इसके पीछे भारत का हाथ बताते हैं।
इस बीच गुरपंतवंत पन्नू की एक वीडियो आया जिसमें उसने दावा किया कि दुनियाभर का सिख समुदाय लोकतांत्रिक तरीके से पंजाब को आजाद कराना चाहता है। लेकिन यूके, यूएस,कना़डा और ऑस्ट्रेलिया के अलावा अन्य यूरोपीय देशों में बैठे भारतीय राजनयिक हिंसा करवा रहे है्ं। कनाडा, यूएस और ऑस्ट्रेलिया में भी भारतीय उच्चायोग के सामने रैली करने के पोस्टर सोशल मीडिया पर सामने आए थे। बता दें कि भारत में कनाडा के उच्चायुक् कैमरन मैके को समन कर इस तरह के पोस्टर पर आपत्ति जताई गई है।