NSA रहे जॉन बोल्टन ने जताई चिंता, कहा- तालिबान पाकिस्तान पर कब्जा कर उसके 'परमाणु हथियार' का कर सकता है इस्तेमाल

अमेरिका के एक पूर्व शीर्ष अधिकारी ने चिंता जताई है कि

Update: 2021-09-28 06:32 GMT

Taliban Could Seize Nuclear Weapons of Pakistan: अमेरिका के एक पूर्व शीर्ष अधिकारी ने चिंता जताई है कि तालिबान अब पाकिस्तान और उसके परमाणु हथियारों को अपने कब्जे में ले सकता है. इसके लिए उन्होंने बाइडेन सरकार के अफगानिस्तान निकासी अभियान (US Withdrawal From Afghanistan) को जिम्मेदार ठहराया है. पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के कार्यकाल में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रहे जॉन बोल्टन ने ये बात एक रेडियो चैनल से बातचीत में कही है. दरअसल तालिबान ने बीते महीने की 15 तारीख को अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया था और अब यही संगठन इस देश पर राज कर रहा है.


बोल्टन ने बाइडेन सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि निकासी अभियान जिस तरह से कराया गया है, उसके कारण तालिबान को तेजी से देश पर कब्जा करने में मदद मिली है (Taliban Pakistani Nuclear Weapons). जिसके चलते एक बार फिर अफगानिस्तान में इस्लामिक शासन लागू हो गया है. ट्रंप के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार का पद संभाल चुके बोल्टन ने कई बार अमेरिका की विदेश नीति की आलोचना की है. इसके अलावा वह अपने बॉस यानी ट्रंप तक की आलोचना कर चुके हैं. उन्होंने विदेश नीति पर बोलते हुए इजरायल का समर्थन किया था और कहा था कि उसे अपनी सुरक्षा के लिए कार्रवाई करने का अधिकार है.


'पाकिस्तान पर कब्जे की आशंका बढ़ी'
जॉन बोल्टन ने कहा, 'अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद अब आतंकवादियों की पाकिस्तान पर कब्जे की आशंका बढ़ गई है… इसका मतलब ये है कि 150 परमाणु हथियार आतंकियों के हाथ में होंगे.' उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान पर कब्जा हो जाता है, तो इसका मतलब है कि परमाणु हथियार तालिबान के पास होंगे (John Bolton on Pakistani Nukes). बोल्टन ने ये आशंका इसलिए भी जताई है क्योंकि अफगानिस्तान से विदेशी सेना के निकलते ही तालिबान ने यहां मौजूद अमेरिका निर्मित हथियारों और सैन्य वाहनों पर कब्जा कर लिया है.

पाकिस्तान के पास कितने परमाणु हथियार?
पाकिस्तान के पास करीब 160 परमाणु हथियार हैं. इनमें 102 जमीन पर आधारित मिसाइल हैं. पाकिस्तान ने अमेरिका से एफ-16 फाइटर विमान भी खरीदे थे, जिनमें 24 परमाणु लॉन्चर (Nuclear Launcher) लगे हैं. बोल्टन ट्रंप कार्यकाल में अप्रैल 2018 से सितंबर 2019 तक पद पर रहे थे. अब वह लगातार अमेरिका के अफगानिस्तान में हुए निकासी अभियान की आलोचना कर रहे हैं. जब तालिबान ने काबुल पर कब्जा किया, तो उसी दिन अमेरिका सहित दूसरे देशों ने अपने नागरिकों और सैनिकों को निकालना शुरू कर दिया था. इस दौरान काबुल एयरपोर्ट (Kabul Airport Attack) पर आईएसआईएस ने आत्मघाती हमला कर दिया, जिसमें 13 अमेरिकी सैनिकों सहित करीब 170 लोगों की मौत हो गई थी.
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