समुद्र किनारे दिखी 'जल परी', लेकिन जब सच्चाई आई सामने तो लोग हुए हैरान

नए साल में दुनिया के लोग कोरोना वायरस...

Update: 2021-01-07 04:07 GMT

बाली: नए साल में दुनिया के लोग कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण काल में सैर सपाटे पर निकले हैं. वैक्सीन आने के बाद लोगों का भरोसा बढ़ा है. कोरोना जितना एक जानलेवा खतरा दशकों से पूरी दुनिया पर मंडरा रहा है. ये धरती के साथ और महासागरों की सुरक्षा के लिए भी चिंता का विषय है. इस चुनौती का नाम प्लास्टिक है जो कोरोना की तरह पूरी दुनिया को बीमार करने की ताकत रखता है. हर साल लाखों टन सिंगल यूज प्लास्टिक समुद्र में झोंक दिया जाता है. व्हेल जैसे समुद्री जीवों की जान जा रही है. खारे पानी से बनने वाला नमक प्रदूषित हो चुका है.

बाली में एक महिला लॉरा ने समुद्र तटों की खूबसूरती और जलचरों की जान बचाने के लिए खुद 'जलपरी' बनकर मिसाल पेश की है. इस फोटो को एक स्थानीय फ्रीलांस फोटोग्राफर Wayan Suyadnya ने खींचा है.
बाली अपनी खूबसूरती के मशहूर हैं. कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के बीच पर्यटन गतिविधियां शुरू होने के बाद आगे भी ऐसी चिंताजनक तस्वीरें देखने को मिल सकती हैं.
महिला ने मत्स्यांगना (Mermaid) बन कर न सिर्फ बाली बल्कि पूरी दुनिया के देशों को संकेत दिया है.
बाली में समय समय पर प्लास्टिक और कचरा सफाई का अभियान इसी तरह चलाया जाता है.
प्लास्टिक वेस्ट आपकी थाली तक पहुंच गया है. खाने के नमक में प्लास्टिक के कण पाए गए हैं. ऐसे में जागरूक महिला अपने सोशल मीडिया पेज और वेबसाइट के जरिए जागरूकता फैला रही हैं.
बाली के समुद्र तटों में सबसे बड़ी समस्या सिंगल यूज प्लास्टिक है.


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