जयशंकर ने चेक गणराज्य के विदेश मंत्री के साथ द्विपक्षीय मुद्दों, प्राग में भारतीय समुदाय के साथ की बातचीत
भारत के संबंधों, इंडो-पैसिफिक, खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा और डिजिटल सहयोग पर भी चर्चा की।
विदेश मंत्री एस जयशंकर (External Affairs Minister S jaishankar) ने सोमवार को चेक रिपब्लिक (Czech Republic) की राजधानी प्राग में भारतीय समुदाय के साथ बातचीत की। इस दौरान उन्होंने रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण यूक्रेन में फंसे सभी भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए मिशन 'आपरेशन गंगा' की सफलता की चर्चा की। विदेश मंत्री ने भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए उनके साथ भारत में हुए विकास और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों में हुई प्रगति को साझा किया। उन्होंने दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को बनाए रखने में समुदाय के योगदान की भी सराहना की।
'प्राग में भारतीय समुदाय से मिलकर खुशी हुई'
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट कर कहा, 'प्राग में भारतीय समुदाय से मिलकर खुशी हुई। उनमें से कई को इतना अच्छा करते हुए देखकर अच्छा लगा। समुदाय का विस्तार भी उत्साहजनक रहा है। उनके साथ घर पर विकास और हमारे द्विपक्षीय संबंधों की स्थिति को साझा किया। उनके निरंतर समर्थन पर भरोसा करें।
स्लोवाकिया और चेक गणराज्य के दौरे पर हैं विदेश मंत्री
विदेश मंत्री 2 से 6 जून तक दो यूरोपीय देशों स्लोवाकिया और चेक रिपब्लिक के दौरे पर हैं। विदेश मंत्री ने 2 से 4 जून तक स्लोवाकिया का दौरा किया । उसके बाद 4 जून को चेक गणराज्य चले गए। अपनी यात्रा के दौरान, जयशंकर ने स्लोवाकिया के प्रधानमंत्री एडुआर्ड हेगर (Slovakia PM Eduard Heger) से मुलाकात की और आपरेशन गंगा के दौरान समर्थन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बधाई और प्रशंसा व्यक्त की। दोनों मंत्रियों ने दोनों देशों के बीच राजनीतिक, आर्थिक और रक्षा सहयोग के विस्तार पर चर्चा की।
क्या है 'आपरेशन गंगा'
आपरेशन गंगा के तहत रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण यूक्रेन में फंसे सभी भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए एक मिशन चलाया गया था। छात्रों सहित लगभग 20,000 भारतीय यूक्रेन में फंस गए थे। चार केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, किरेन रिजिजू, ज्योतिरादित्य सिंधिया और जनरल वीके सिंह इस मिशन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विशेष दूत के रूप में यूक्रेन के पड़ोसी देशों में गए थे।
चेक रिपब्लिक के विदेश मंत्री से की मुलाकात
एस जयशंकर ने इससे पहले रविवार को दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा के लिए चेक रिपब्लिक के विदेश मंत्री जान लिपावस्की से मुलाकात की थी। चर्चा में यूरोपीय संघ और भारत की साझेदारी को आगे बढ़ाने और द्विपक्षीय सहयोग में निरंतर प्रगति पर बातचीत शामिल थी। दोनों देशों के मंत्रियों ने व्यापार, रक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी सहित द्विपक्षीय सहयोग में निरंतर प्रगति पर ध्यान केंद्रित किया और व्यापार स्तर 2 बिलियन अमरीकी डालर को पार करने पर प्रकाश डाला।
यूरोपीय संघ के साथ विभिन्न मुद्दों पर चर्चा
जयशंकर की स्लोवाकिया और चेक रिपब्लिक की यात्रा दो मध्य यूरोपीय देशों के साथ द्विपक्षीय संबंधों को और गति प्रदान करने के लिए है। उन्होंने यूरोपीय संसद (MEP) के चेक सदस्यों के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात करके प्राग में अपनी व्यस्तताओं की शुरुआत की। विदेश मंत्री ने यूरोपीय संघ और चेक रिपब्लिक के साथ भारत के संबंधों, इंडो-पैसिफिक, खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा और डिजिटल सहयोग पर भी चर्चा की।