Easter की यात्रा को रोकने और कोरोनावायरस के रोकथाम के लिए इटली का बड़ा फैसला, लगाया तीन दिनों का सख्त लॉकडाउन
स्कूलों को कम से कम तीन हफ्तों के लिए बंद किया जाना चाहिए.
इटली (Italy) ने ईस्टर (Easter) की यात्रा को रोकने और कोरोनावायरस रोकथाम के नियमों में बढ़ोत्तरी करने के लिए तीन दिनों का सख्त राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन (Lockdown) लगा दिया है. भले ही स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि संक्रमण की दर कम हो रही है लेकिन एहतियात के तौर पर सोमवार को सभी क्षेत्रों को 'रेड जोन' (Red Zone) के रूप में बंद कर दिया गया.
पिछले महीने घोषित किए गए लॉकडाउन का मतलब व्यक्तिगत आवाजाही पर प्रतिबंध और यात्रा को सीमित करना था. गैर-जरूरी दुकानें बंद हैं और रेस्तरां और बार सिर्फ 'टेक-आउट' के लिए खुले हुए हैं. पुलिस लगातार सड़कों की जांच कर रही है ताकि लोगों का घरों के अंदर रहना सुनिश्चित किया जा सके.
अतिरिक्त गश्त कर रही पुलिस
चौराहों और पार्कों में भीड़ की स्थिति को रोकने के लिए पुलिस अतिरिक्त गश्त कर रही है, जो ईस्टर वीकेंड के मौके पर आमतौर पर पिकनिक मनाने वालों से भरे रहते हैं. यूरोप में इटली से ही कोरोना के प्रकोप की शुरुआत हुई थी. यहां अब तक 3.6 मिलियन मामले सामने आ चुके हैं और संक्रमण से अब तक 110,000 से अधिक मौतें हो चुकी हैं.
बांग्लादेश और फ्रांस में लॉकडाउन
इटली अब तक 10.8 मिलियन टीके लगा चुका है. हालांकि देश के 60 मिलियन लोगों में से सिर्फ 3.3 मिलियन लोगों को ही वैक्सीन की दोनों खुराकें दी गई हैं. इटली के अलावा कई देश कोरोना की नई लहर का सामना करने के लिए लॉकडाउन के विकल्प को चुन चुके हैं. इसमें शनिवार को बांग्लादेश का भी नाम शामिल हुआ.
बांग्लादेश पहला ऐसा एशियाई देश बन गया है, जिसने कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते देशभर में लॉकडाउन का फैसला लिया है. यहां सोमवार से सात दिन के लिए पूरे देश में लॉकडाउन रहेगा. वहीं बुधवार को फ्रांस ने भी चार हफ्ते के लॉकडाउन की घोषणा कर दी. राष्ट्रपति इमैन्युएल मैक्रों ने लॉकडाउन का आदेश देते हुए कहा कि स्कूलों को कम से कम तीन हफ्तों के लिए बंद किया जाना चाहिए.