झीलों का शहर था…महज किस्से-कहानियों में ही रह जाएगा पानी पर बसा इटली का वेनिस शहर, जानिए

पानी पर बसा इटली का वेनिस शहर पर्यटकों में काफी लोकप्रिय है. मगर जलवायु परिवर्तन और लापरवाही के चलते इस पर खतरा मंडराने लगा है.

Update: 2021-06-23 05:57 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। झीलों के शहर की बात करते ही हमारे जेहन में सबसे पहला नाम वेनिस शहर का आता है. मगर इटली में पानी पर बसा यह खूबसूरत शहर जल्द ही किस्से-कहानियों का हिस्सा ही रह जाएगा. यूनेस्को ने इस शहर को उन वैश्विक धरोहरों की सूची में डालने की बात कही है, जो बहुत ज्यादा खतरे में हैं. (Venice city at risk of UNESCO endangered list)

यूनेस्को के सलाहकारों ने सिफारिश की है कि इस शहर पर कई तरह के खतरे मंडरा रहे हैं. इनमें से एक है, सिटी सेंटर के तट पर लगातार क्रूज शिप का आना. यूनेस्को ने अपनी वार्षिक संरक्षण रिपोर्ट को प्रकाशित करने के दौरान इसकी सिफारिश की है. अनुमान है कि 16 से 31 जुलाई के बीच होने वाले पूर्ण अधिवेशन में वेनिस को खतरे वाली सूची में डाला जा सकता है. हालांकि अंतिम फैसला वर्ल्ड हेरिटेज कमेटी ही लेगी.
सरकार के आदेश के बावजूद आ रहीं क्रूज शिप
वेनिस शहर पर जो खतरे मंडरा रहे हैं, उनमें से एक यहां क्रूज शिप की आवाजाही है. इटली सरकार ने आदेश दिया था कि इस पर बैन लगना चाहिए. इसके बावजूद ऐतिहासिक सिटी सेंटर में क्रूज शिप चल रही हैं. इटली सरकार ने मार्च में फरमान जारी किया था कि क्रूज शिप समेत तमाम बड़े जहाजों को पानी में उतरने की इजाजत नहीं होगी. सरकार ने मांग की थी जो भी टेंडर जारी किए जाएं, उसमें वेनिस से बाहर इनके आवाजाही की बात हो. मगर नया पोर्ट अभी नहीं बना है और शिप लगातार यहां आ रही हैं.
गियुडेका कैनाल से जा रहे शिप
अभी तक यहां कोई भी कमर्शियल पोर्ट तैयार नहीं हुआ है. इसका मतलब हुआ कि शिप सिटी सेंटर आएंगे और गियुडेका कैनाल से होकर गुजरेंगे. सीएनएन की खबर के अनुसार शहर की डिप्टी मेयर ने आंद्रिया टोमाएलो का कहना है कि वैकल्पिक मार्गेहेरा डॉक जल्द ही बनकर तैयार हो जाएगा. यूनेस्को ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि 40 हजार टन से ज्यादा वजन के जहाज का यहां आना कानूनी रूप से प्रतिबंधित है. मगर व्यावहारिक बात करें तो इसका कोई फायदा नहीं है क्योंकि बड़े जहाजों के पास कोई दूसरा रास्ता नहीं है. जलवायु परिवर्तन की वजह से बढ़ते समुद्री जल स्तर की वजह से वेनिस के लिए बड़ा खतरा पैदा होता जा रहा है.
इन पर भी मंडरा रहा खतरा
इसके अलावा यूनेस्को ने छह अन्य स्थानों को भी खतरे वाली सूची में डालने की बात कही है. इनमें ग्रेट बैरियर रीफ, बुडापेस्ट, काठमांडू वैली, रूस का कामचाका ज्वालामुखी, अल्बानिया व नॉर्थ मैक्डोनिया के ओहरिड रीजन, बुरकीना फासो व नाइजर में बेनिन के W-Arly-Pendjari शामिल हैं. वर्तमान में यूनेस्को के खतरे वाली सूची में 53 स्थलों के नाम शामिल हैं.


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