इजरायल की वायु सेना ने अमेरिकी एयरक्राफ्ट एफ-35 की गतिविधियों को अस्‍थाई रूप से रोकने का किया ऐलान

इसी दौरान उत्‍तरी इराक में पहली बार आईएस के ठिकानों पर हमले के लिए इसका इस्‍तेमाल किया गया था।

Update: 2022-07-31 10:33 GMT

इजरायल की वायु सेना ने अमेरिकी एयरक्राफ्ट एफ-35 की गतिविधियों को अस्‍थाई रूप से रोकने का ऐलान किया है। इजरायली वायु सेना के इस कदम के पीछे यह कहा जा रहा है कि इसमें पायलट इजेक्‍शन सिस्‍टम में खामी को लेकर यह कदम उठाया गया है। इजरायली वायु सेना ने ट्विटर पर कहा कि किसी भी एफ-35 को वायु सेना प्रमुख की विशेष इजाजत के बाद संचालित किया जाएगा। दरअसल, अमेरिका की ओर से पायलट इजेक्‍शन सिस्‍टम में खामी को लेकर इजरायल वायु सेना ने यह फैसला लिया है। समाचार एजेंसी रायटर ने एक रिपोर्ट में कहा है कि अमेरिका ने शुक्रवार को एफ-35 सहित तीन अमेरिकी सैन्य विमानों में पायलट इजेक्शन सिस्टम में एक्सप्लोसिव कार्टिज में संभावित दोषों के बारे में सूचित किया था। इसको लेकर अमेरिका ने अपने आपरेशन अस्थायी रूप से रोक दिए हैं। इसके बाद इजरायल ने भी यह घोषणा की। इसके साथ यह भी जानेंगे कि एफ-35 जेट की क्‍या खूबियां है। दुनिया इस जेट से क्‍यों थर्राती है।


F-35 लड़ाकू विमान की खूबियां

F-35 लड़ाकू विमान को अमेरिकी कंपनी लाकहिड मार्टिन ने बनाया है। यह एक सिंगल सीट और सिंगल इंजन वाला लड़ाकू विमान है। इसकी सबसे बड़ी खासियत है कि यह विमान किसी भी मौसम में उड़ान भर सकता है।
यह युद्धक विमान पांचवीं पी‍ढ़ी का है। जंग की स्थिति में विभिन्‍न भूमिकाओं में अहम साबित हो सकता है। इसको इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यह जमीनी हमले के साथ हवा में भी दुश्‍मन के छक्‍के छुड़ाने में सक्षम है।

F-35 को कंपनी ने तीन अलग-अलग माडल्‍स में तैयार किए हैं। इसमें F-35A कंवेंशनल टेकआफ और लैंडिंग कर सकता है। इसके अलावा F-35B शार्ट टेकआफ के अलावा वर्टिकल लैंडिंग कर सकता है। F-35C लड़ाकू विमान को खासतौर पर एयरक्राफ्ट करियर की सुविधा के अनुसार बनाया गया है।

यह विमान एयरक्राफ्ट करियर पर उतरते ही कुछ ही सेकेंड में जबरदस्‍त स्‍पीड देता है। F-35 को दरअसल X-35 की ही तरह डिजाइन किया गया है। यूएस एयरफोर्स में इसको पेंथर के नाम से भी जाना जाता है।
यह दुश्‍मन के राडार को चकमा दे सकता है। इसकी वजह है इसका आकार और इसका फाइबर मैट। इसकी वजह से यह राडार पर गायब हो जाता है। इस तकनीक की वजह से यह संकेंतों को अवशोषित कर लेता है।
इस जेट में मशीनगन के अलावा हवा से हवा और जमीन पर मार करने वाली मिसाइल भी लगी होती हैं। यह विमान 1930 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ सकता है।
इस तरह के एक जेट की कीमत करीब 31 करोड़ रुपये है। यह विमान 910किलो के छह बम ले जाने में सक्षम है जो दुश्‍मन को बर्बाद कर सकते हैं।
2016 में भरी थी पहली उड़ान

15 दिसंबर 2016 को F-35 युद्धक विमान ने पहली बार अपनी उड़ान भरी थी। जुलाई 2015 में अमेरिकी सरकार ने यूएस मरीन के लिए इसकी पहली स्‍क्‍वाड्रन का गठन किया था। इसके बाद अगस्‍त 2016 में यूएस एयरफोर्स में इसकी पहली स्‍क्‍वाड्रन का गठन कर इसको तैनाती के आदेश दिए गए। अमेरिका ने फरवरी 2019 में इस विमान को अपनी नौसेना में भी शामिल किया। मध्‍य पूर्व में इसकी तैनाती की बात करे तो 15 अप्रेल 2019 को यूएई के अल दाफरा एयरबेस पर पहली बार अमेरिका ने इस लड़ाकू विमान को तैनात किया था। इसी दौरान उत्‍तरी इराक में पहली बार आईएस के ठिकानों पर हमले के लिए इसका इस्‍तेमाल किया गया था।

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