जेरूसलम (आईएएनएस)| इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सुरक्षा प्रमुखों से सेवा से इनकार करने वालों को रोकने का आह्वान किया है। गौरतलब है कि सैकड़ों रिजर्विस्टों ने कहा कि वे सरकार के विवादास्पद न्यायपालिका में बदलाव के विरोध में ड्यूटी पर नहीं आएंगे। समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, नेतन्याहू ने रविवार को अपनी साप्ताहिक कैबिनेट बैठक के दौरान एक टेलीविजन संबोधन में कहा कि वह उम्मीद करते हैं कि इजराइल के रक्षा बल के चीफ ऑफ स्टाफ हर्जी हालेवी और अन्य सुरक्षा प्रमुख सेवा करने से इनकार करने वालों के खिलाफ सख्ती करेंगे।
अपने सार्वजनिक संबोधन में उन्होंने कहा कि सेवा से इनकार करने के लिए कोई जगह नहीं है।
गुरुवार को, मिल्रिटी इंटेलिजेंस के स्पेशल ऑपरेशंस डिवीजन, मोसाद, शिन बेट और साइबर वारफेयर यूनिट्स सहित 650 रिजर्विस्टों ने घोषणा की कि वे न्यायिक सुधार के विरोध में रविवार से शुरू होने वाली ड्यूटी में शामिल नहीं होंगे।
इस बीच, वायु सेना के लगभग 180 रिजर्विस्टों, मुख्य रूप से एयरक्रूज, ड्रोन ऑपरेटरों और वायु यातायात नियंत्रण ऑपरेटरों ने एक खुले पत्र में घोषणा की कि वे इस सप्ताह प्रशिक्षण में नहीं जाएंगे, जबकि वायु सेना इकाई से लगभग 100 अन्य ने कहा कि अगर सरकार योजना को जारी रखती है, तो वे सेवा नहीं करेंगे।
गौरतलब है कि 40 साल की उम्र होने पर इजराइल में, सैन्य सेवा स्वैच्छिक हो गई है, लेकिन कई ने सेवा करना जारी रखना चुना।
इजराइल में नेतन्याहू के नए अल्ट्रानेशनलिस्ट और अल्ट्रा-धार्मिक गवनिर्ंग गठबंधन द्वारा आगे बढ़ाई गई योजना के खिलाफ हफ्तों प्रदर्शन चला है।
यह योजना इजराइली संसद को सर्वोच्च न्यायालय के फैसलों को रद्द करने और सभी न्यायिक नियुक्तियों को तय करने की शक्ति प्रदान करती है। इससे लोगों में आशंका है कि यह योजना सर्वोच्च न्यायालय को कमजोर कर देगी और सरकार को बहुत अधिक शक्ति देकर लोकतंत्र को खतरे में डाल देगी।
नेतन्याहू के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट के अतिसक्रियता पर अंकुश लगाने के लिए बदलाव की जरूरत है।