गाजा पट्टी से रॉकेट हमले के बाद इजराइल ने फिलस्तीन पर किया हवाई हमला, 20 की मौत
एक ऊंची इमारत भी शामिल हैं जिनमें हमास के चरमपंथी रहते थे।
इजराइल ने मंगलवार सुबह गाजा की ओर हवाई हमले किए और एक इमारत को निशाना बनाया जिसमें हमास के चरमपंथी रहते थे। इन हमलों में सीमा पर स्थित दो सुरंगों को भी निशाना बनाया गया, जिन्हें चरमपंथियों ने खोदा था। वहीं हमास तथा अन्य हथियारबंद समूहों ने भी इजराइल की ओर अनेक रॉकेट दागे। गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि सोमवार शाम सीमापार लड़ाई शुरू हो गई थी जिसमें नौ बच्चों समेत 24 फलस्तीनी मारे गए। ज्यादातर की मौत हवाई हमलों के कारण हुई।
इजराइल की सेना ने कहा कि मृतकों में से 15 चरमपंथी थे। गाजा के चरमपंथियों ने 200 से अधिक रॉकेट इजराइल की ओर दागे, जिनके कारण इजराइल के छह आम नागरिक घायल हो गए। इससे पहले सोमवार को फलस्तीनी लोगों और इजराइल के सुरक्षा बलों के बीच कई घंटों तक संघर्ष हुए थे। बीते 24 घंटों में यरूशलम और वेस्ट बैंक क्षेत्र में इजराइल के सुरक्षा बलों के साथ संघर्ष में 700 से अधिक फलस्तीनी घायल हो गए। इनमें से 500 को अस्पतालों में भर्ती करवाना पड़ा।
हिंसा का कारण यरूशलम पर फलस्तीन और इजराइल दोनों द्वारा दावा जताना है। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सोमवार को चेतावनी दी थी कि यह लड़ाई कुछ समय तक जारी रह सकती है। इजराइल की सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल जोनाथन कॉनरिकस ने मंगलवार को संवाददाताओं को बताया कि सेना गाजा में लक्ष्यों को निशाना बनाने के शुरुआती चरण में है। इन लक्ष्यों को निशाना बनाने की योजना बहुत पहले बना ली गई थी।
यह तनाव और संघर्ष ऐसे समय हो रहा है जब इजराइल में राजनीतिक अस्थिरता के हालात हैं। नेतन्याहू अभी कार्यवाहक प्रधानमंत्री हैं। गाजा पट्टी पर काबिज उग्रवादी समूह हमास ने रॉकेट हमले सोमवार शाम से शुरू किए थे। मंगलवार सुबह तक हमास और अन्य उग्रवादी इजराइल की ओर 200 से अधिक रॉकेट दाग चुके थे। कॉनरिकस ने बताया कि इजराइल की सेना ने गाजा में 130 लक्ष्यों को निशाना बनाया जिसमें एक ऊंची इमारत भी शामिल हैं जिनमें हमास के चरमपंथी रहते थे।