इस्राइल: संघर्ष में नौ बच्चों समेत 20 की मौत, 153 लोग हुए घायल
गाजा पट्टी में इस्राइल के साथ संघर्ष में नौ बच्चों समेत 20 लोगों की मौत हो गई।
गाजा पट्टी में इस्राइल के साथ संघर्ष में नौ बच्चों समेत 20 लोगों की मौत हो गई। फलस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों ने यह जानकारी दी। मृतक संख्या के हिसाब से यह दिन पिछले कई सालों में सबसे अधिक रक्तपात वाले दिनों में एक रहा।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने मृतकों की मौत की वजह से संबंधित कोई जानकारी तो नहीं दी लेकिन उत्तरी गाजा में एक विस्फोट में तीन बच्चों समेत एक ही परिवार के कम से कम सात लोगों की जान चली गई।
इस्राइली सेना ने कहा कि गाजा से रॉकेट दागे जाने के जवाब में उसने हमास के कई ठिकानों को निशाना बनाया।
153 फलस्तीनी घायल हुए
पूर्वी येरूशलम में फलस्तीन प्रदर्शनकारियों व इस्राइल पुलिस के बीच जबरदस्त झड़पें हुईं। इसमें 153 फलस्तीनी घायल हुए जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
यह झड़प इस्राइली राष्ट्रवादियों के विवादित स्थल पर इस्राइल का दावा पेश करने के लिए ओल्ड सिटी से रैली निकालने के एक दिन पहले हुई। पुलिस ने इस दौरान आंसू गैस के गोले और 'स्टन ग्रेनेड' दागे। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया।
पुलिस ने बताया कि अल-अक्सा मस्जिद परिसर के पास ही सड़क पर पथराव किया गया। वहीं फलस्तीनियों ने मस्जिद परिसर पर 'स्टन ग्रेनेड' दागे जाने और इससे कई लोगों के घायल होने की बात कही है।
फलस्तीनी डॉक्टरों ने बताया कि इस हिंसा में 215 फलस्तीनी घायल हुए जिनमें 153 को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इससे पहले पूर्वी येरूशलम में रविवार को भी झड़प होने की खबर आईं। देर रात हुई इस झड़प के बाद यहां वार्षिक 'येरूशलम दिवस' समारोह के दौरान हिंसा होने की आशंका और अधिक बढ़ गई है।
बता दें कि इस्राइल पुलिस ने फलस्तीन के साथ जारी तनाव के बावजूद इस रैली की मंजूरी दे दी थी जिसे लेकर दूसरे समुदाय ने विरोध जताया। इस तनाव के चलते पिछले दिनों हुए संघर्ष में अब तक सौ से ज्यादा फलस्तीनी और करीब दो दर्जन पुलिस अधिकारी घायल हो चुके हैं।
हिंसा नहीं होने देंगे : नेतन्याहू
'येरूशलम दिवस' से पहले मंत्रिमंडल की एक विशेष बैठक में बोलते हुए प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, किसी भी चरमपंथी ताकत को येरूशलम में शांति प्रभावित नहीं करने दी जाएगी। हम निर्णायक रूप से तथा जिम्मेदारी से कानून एवं व्यवस्था लागू करेंगे। उन्होंने कहा, हम सभी धर्मों के लोगों की पूजा-अर्चना करने की स्वतंत्रता जारी रखेंगे, लेकिन हिंसक गतिविधियों को अंजाम नहीं देने देंगे।