इराक में इस्लामिक स्टेट के आतंकियों ने किया हमला, 10 सैनिकों समेत 13 लोगों की मौत
अभी भी इसके लड़ाके इराक के स्वायत्त कुर्दिस्तान क्षेत्र के लिए खतरा पैदा कर रहे हैं.
इराक (Iraq) के उत्तरी इलाके में एक गांव पर इस्लामिक स्टेट (Islamic State) के आतंकियों ने हमला किया. इस हमले में तीन ग्रामीणों और 10 कुर्द सैनिकों (Kurdish soldiers) सहित कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई. इराक के स्वायत्त कुर्द क्षेत्र (Iraq's autonomous Kurdish region) के अधिकारियों ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी है. ये हमला मखमौर क्षेत्र (Makhmour region) में हुआ था, जो इस्लामिक स्टेट की गतिविधियों के लिए एक केंद्र है. इस इलाके में अक्सर ही कुर्द बलों, इराकी बलों और अक्सर नागरिकों के खिलाफ हमले होते आए हैं.
मखमौर एक पहाड़ी क्षेत्र है, जो मोसुल (Mosul) के दक्षिण-पूर्व में लगभग 70 किमी और कुर्द राजधानी इरबिल (Erbil) के दक्षिण-पश्चिम में 60 किमी में स्थित है. कुर्दिस्तान क्षेत्र के सशस्त्र बलों (Kurdistan region's armed forces) के बयान में कहा गया कि इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों ने गांव पर हमला किया, जिसमें तीन निवासियों की मौत हो गई. इसके बाद सुरक्षाबलों ने कार्रवाई की. इस दौरान आतंकियों संग मुठभेड़ हुई, जिसमें 10 सैनिक मारे गए. सशस्त्र बलों ने इस बारे में अधिक जानकारी नहीं दी. हमले को लेकर इस्लामिक स्टेट ने अभी तक कोई दावा नहीं किया है.
2017 में इस्लामिक स्टेट को हराया गया
इस्लामिक स्टेट ने 2014 और 2017 के बीच इराक के लगभग एक तिहाई हिस्से को नियंत्रित किया, जिसमें दूरस्थ मखमौर क्षेत्र भी शामिल था. इसके अलावा, इस्लामिक स्टेट ने मोसुल सहित प्रमुख शहर भी कब्जा जमा लिया था. अमेरिकी नेतृत्व वाली सेना, इराकी और कुर्द सैनिकों और ईरान समर्थित शिया मिलिशिया ने गठबंधन करके 2017 में सुन्नी मुस्लिम चरमपंथी समूह को हरा दिया था. लेकिन इस्लामिक स्टेट के आतंकवादी अभी भी उत्तरी इराक और पूर्वोत्तर सीरिया (Syria) के क्षेत्रों में एक्टिव हैं. पश्चिमी सैन्य अधिकारियों का कहना है कि इराक और सीरिया में इस्लामिक स्टेट के कम से कम 10,000 लड़ाके बने हुए हैं.
पिछले महीने भी इस्लामिक स्टेट ने किया हमला
पिछले महीने भी इस्लामिक स्टेट ने एक बम धमाके को अंजाम दिया था, जिसमें इराकी कुर्दिश बलों के पांच जवानों की मौत हो गई थी. इस हमले में चार जवान घायल हुए थे. ये हमला इस्लामिक स्टेट के लड़ाकों ने सड़क किनारे लगाए गए बमों के जरिए किया था. हमले को सुलमानियाह में अंजाम दिया गया था. इस हमले ने एक बार फिर उजागर किया कि इस्लामिक स्टेट कितना खतरनाक है और अभी भी इसके लड़ाके इराक के स्वायत्त कुर्दिस्तान क्षेत्र के लिए खतरा पैदा कर रहे हैं.