नकली नोटों के सप्लायर ISI एजेंट की नेपाल में हत्या, दाउद गैंग से भी जुड़ा था

मुन्ना नेपाल में डी कंपनी के शार्प शूटर था. अदालत ने दोनों आरोपियों को 10 साल कैद की सजा सुनाई थी.

Update: 2022-09-23 01:55 GMT

नेपाल की राजधानी काठमांडू में पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई के एक एजेंट की हत्या कर दी गई. आईएसआई एजेंट लाल मोहम्मद उर्फ मोहम्मद दर्जी भारत में जाली नोट भेजा करता था. सोमवार (19 सितंबर) शाम को हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर उसकी हत्या कर दी गई.


लाल मोहम्मद काठमांडू के कोठाटार इलाके में रहता था. बताया जा रहा है कि जब वह अपने कार से अपने घर पहुंचा ही था तभी हमलावरों से अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. लाल मोहम्मद ने भगाने की कोशिश की लेकिन हमलावर उस पर गोलियां चलाते रहे. बताया जा रहा है कि यह सारी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है.

पिता को बचाने के लिए बेटी छत से कूदी
मीडिया रिपार्ट्स के मुताबिक लाल मोहम्मद को बचाने के लिए उसकी बेटी छत से कूद गई थी, लेकिन वह अपने पिता को बचा नहीं सकी. हमलावर लाल मोहम्मद की हत्या को अंजाम देकर फरार हो गए हैं. पुलिस को शक है कि लाल मोहम्मद की हत्या गैंगवार के चलते हुई है.

दाउद गैंग से भी जुड़ा था लाल
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लाल मोहम्द दाउद इब्राहिम गैंग के साथ भी जुड़ा हुआ था. आईएसआई द्वारा भारत में चलाई जा रही आतंकी गतिविधियों में भी वह मदद करता था. वह अन्य आईएसआई एजेंटों को नेपाल में पनाह देता था.

दस साल जेल में रहा था लाल
लाल मोहम्मद जुलाई 2017 में जेल से रिहा हुआ था. वह जुलाई 2007 में काठमांडू में एक जाली नोट कारोबारी पटुवा के मर्डर केस में सजा काट रह था.

नेपाल पुलिस ने इस मामले में लाल मोहम्मद और मुन्ना खान उर्फ इल्ताफ हुसैन अंसारी को गिरफ्तार किया था. मुन्ना नेपाल में डी कंपनी के शार्प शूटर था. अदालत ने दोनों आरोपियों को 10 साल कैद की सजा सुनाई थी.

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