रूस और यूक्रेन के बीच जारी तनाव के बाद एक बार फिर युद्ध का खतरा मंडरा रहा है। जिस तरह कि वैश्विक परिस्थिति निर्मित हो रही है, उससे ऐसा लग रहा है कि एक बार फिर से इतिहास खुद करीब 100 साल बाद फिर दोहरा रहा है। रूस और यूक्रेन के बीच जारी विवाद के बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार को पूर्वी यूक्रेन के अलगाववादी क्षेत्रों को स्वतंत्र देश के रूप में मान्यता दे दी है और इसके जवाब में अब अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी और ब्रिटेन जैसे कई शक्तिशाली देश एकजुट हो गए हैं और जवाबी कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है। ब्रिटेन जहां रूस पर शक्तिशाली प्रतिबंध लगाने की पैरवी कर रहा है, वहीं दूसरी ओर फ्रांस भी रूस को उचित जवाब देने के पक्ष में है। साथ ही संयुक्त राष्ट्र संघ भी रूस के फैसले को यूक्रेन की संप्रभुता और अखंडता का उल्लंघन मानता है।