इराक के प्रधानमंत्री पर हमला, ट्वीट कर दी जानकारी

अमेरिकी ट्रेजरी ने उसे सितंबर 2015 में ब्लैक लिस्ट कर रखा था ।

Update: 2021-11-07 03:00 GMT

इराक के प्रधानमंत्री मुस्तफा अल कादिमी के आवास पर रविवार सुबह ड्रोन से हमला किया गया। एएफपी के अनुसार प्रधानमंत्री कादिमी सुरक्षित हैं। यह प्रधानमंत्री की जान लेने के लिए किया गया हमला था असफल रहा।

प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर खुद के सुरक्षित होने की जानकारी दी और कहा कि शांति और धैर्य बरकरार रखें। उन्होंने बताया कि बगदाद स्थित उनके आवास पर विस्फोटकों से भरे ड्रोन से हमला हुआ लेकिन वे सुरक्षित वहां से निकल गए। अधिकारियों ने बताया कि राजधानी के ग्रीन जोन में स्थित प्रधानमंत्री के आवास को निशाना बनाया गया। प्रधानमंत्री ने अपने एक ट्वीट में देश की जनता से अपील की है कि इराक के लिए शांति बनाए रखें।
फिलहाल इस हमले की जिम्मेदारी किसी ने नहीं ली हे। पूर्व इंटेलीजेंस चीफ अल-कादिमी ने पिछले साल मई माह में प्रधानमंत्री पद का कार्यभार संभाला था।
पिछले माह ही इराक के सुरक्षा बलों को आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आइएस) के मारे जा चुके सरगना अबू बकर अल-बगदादी के करीबी सहायक सामी जसीम को पकड़ने में सफलता मिली। सामी आइएस का उप सरगना होने के साथ ही वित्त मामलों को भी देखता था। इराकी प्रधानमंत्री मुस्तफा अल-कादिमी ने ट्वीट के जरिये ही आइएस आतंकी की गिरफ्तारी की जानकारी दी।
प्रधानमंत्री मुस्तफा ने कहा, 'हमारे इराकी सुरक्षा बलों का ध्यान चुनाव कराने पर केंद्रित था, उनके गुप्तचरों ने सामी को दबोचने के लिए जटिल अभियान चलाया।' उन्होंने अभियान के बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी। वर्ष 2019 में अमेरिका के विशेष बल ने उत्तर पश्चिम सीरिया में बगदादी को मार गिराया था। अमेरिकी विदेश विभाग ने उस समय सामी समेत आइएस के बड़े आतंकियों के बारे में जानकारी देने पर पुरस्कार की घोषणा की थी। जसीम का पूरा नाम सामी जसीम मुहम्मद अल-जबुरी है। इसे हाजी हामिद के नाम से जाना जाता है। एफबीआइ ने उसे रिवॉर्ड्स फॉर जस्टिस वेबसाइट पर आइएसआइएस के पूर्ववर्ती संगठन, अल-कायदा इन इराक (AQI) का एक सदस्य के रूप में दिखाया है।
एफबीआइ के अनुसार 2014 में दक्षिणी मोसुल में आइएसआइएस डिप्टी के रूप में सेवा करते हुए, उसने आइएसआइएस के वित्त मंत्री के समकक्ष के रूप में कार्य किया। वह तेल, गैस और खनिजों की अवैध बिक्री से समूह के राजस्व-सृजन कार्यों की निगरानी का काम करता था। अमेरिकी ट्रेजरी ने उसे सितंबर 2015 में ब्लैक लिस्ट कर रखा था ।

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