ईरान: की ओर से बड़े पैमाने पर इजरायल पर हमले और मिसाइलों से हमले किए गए। इन दावों के बाद पश्चिम एशिया में तनाव और बढ़ गया है। इज़रायल ने हाल ही में अपने सीरिया स्थित वाणिज्य दूतावास को फ़्लोरिडा बनाया था। लंबे समय से चल रहे तनाव के बाद शनिवार की देर रात ईरान ने इस्राइल पर सीधा हमला कर दिया। इज़राइल रक्षा बल (सीबीडीटी) के अनुसार उनके देश की सीमा के भीतर समुद्री हमले हुए हैं। वहीं ईरान की समाचार एजेंसी टेराएनएन ने दावा किया है कि बैलिस्टिक मिसाइलों से इजरायली अध्ययन को तैयार किया गया है। इस बीच, अमेरिका और ब्रिटेन ने इजरायल को समर्थन देने की घोषणा की। आई एफ एफ के अनुसार इजरायली सीमा की रक्षा के लिए सेना की तैनाती है। हाल ही में इस्राइल ने सीरिया में ईरान के वाणिज्य दूतावास के हिस्सों को तैयार किया था। जिसके बाद इसे ईरान की ओर से जवाबी कार्रवाई माना जा रहा है। उधर, इस्राइल के संयुक्त राष्ट्र के राजदूत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यू ज़ूसी) की बैठक में मुस्लिम समुदाय की अपील की है।
गाजा पट्टी में युद्ध के बीच दोनों देशों की ओर से समुद्री डाकू ने पश्चिम एशिया में तनाव को और बढ़ाया है। इज़राइल के एंटी-मिसाइल डिफेंस सिस्टम आयरन डोम ने देर रात हवाई अड्डे पर हवाई हमले की चेतावनी दी। सिद्धांत के अनुसार, ईरान की ओर से हजारों की संख्या में डूबे इस्राइली हवाई सीमा में भेजा गया था। इसके बाद से कलाकृतियाँ बनीं।
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटेरस ने हमलों की निंदा की। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जारी बयान में कहा, 'मैं ईरान की तरफ से इजरायल पर बड़े पैमाने पर किए गए हमलों के बाद पैदा हुई गंभीर घटनाओं की कड़ी निंदा करता हूं। 'मैं दुश्मनी को एसेटिमेंट करने का प्रस्ताव देता हूं।' उन्होंने स्पष्ट किया कि पश्चिम एशिया में विश्व के साथ युद्ध करने की स्थिति नहीं है।
संयुक्त राष्ट्र में इज़राइली राजदूत गिलाद इरदान ने कहा कि उन्होंने आज रात सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के अध्यक्ष को पत्र भेजा है। उन्होंने कहा, 'मैं परिषद की कार्यकारिणी बैठक की मांग कर रहा हूं।' यूएनएससी के मंच पर स्पष्ट रूप से इस्राइल पर ईरान पर हमले की निंदा करने की मांग की गई है।' इसके अलावा इजरायल ने रिवोल्यूशनरी गार्ड्स को अपराधी संगठन घोषित करने की भी मांग की। राजदूत का कहना है कि ईरान का हमला विश्व शांति और सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण ख़तरा है। उन्होंने कहा, 'मैं उम्मीद करता हूं कि सुरक्षा परिषद ईरान के खिलाफ हर तरह की कार्रवाई करेगी।'
अंतर्राष्ट्रीय असहिष्णु से पहले हमलों के बाद कट्टरपंथियों के प्रवक्ता आरए डैनियल डैनियल हगारी ने कहा, सहयोगियों के साथ मिलकर आई विचारधारा इस्राइल और यहां की जनता की रक्षा के लिए पूरी ताकत से काम कर रही है। उन्होंने कहा, मिशन को पूरा करना मेरे लिए फिक्शन है।
समुद्र तट पर बढ़ते तनाव की एक और अहम घटना ईरान ने होरमुज की खाड़ी में एक मालवाहक जहाज को जब्त कर लिया। ईरान का कहना है कि यह इजरायल का डूबा हुआ जहाज है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक ईरान ने खतरनाक तरीके से कहा है कि अगर सीरिया में उसके दूतावास को बनाया गया तो वह इस्राइल को मुंहतोड़ जवाब देगा।
ईरान-इज़राइल तनाव पर अमेरिकी राष्ट्रपति के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंने कहा, मध्य पूर्व की घटनाओं पर चर्चा करने के लिए उन्होंने अपने इजरायली समकक्ष हानेग्बी से बात की। सुलिवन के अनुसार, वे इस्राइली राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार को देश की सुरक्षा के मामले में अमेरिका की तरफ से मजबूत इलाके का समर्थक मानते हैं।
व्हाइट हाउस में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के आधिकारिक प्रवक्ता एड्रियन वॉटसन ने कहा, ईरान ने इजरायल के खिलाफ हवाई हमला शुरू कर दिया है। राष्ट्रपति बिडेन अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम को पूरी जानकारी दे रहे हैं। व्हाइट हाउस में बिडेन बैठक भी होगी। राष्ट्रपति बिडेन की टीम इज़राइली अधिकारियों के साथ-साथ अन्य समर्थकों और सहयोगियों के साथ लगातार संपर्क में है। राष्ट्रपति ने स्पष्ट किया कि वह इजरायल की सुरक्षा के मुद्दे पर अमेरिका में समर्थन कर रहे हैं।
इस मामले पर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने भी प्रतिक्रिया दी। ईरान पर हमलों के बाद इज़राइल पर सनक ने कहा कि वे ईरान की निंदा करने के साथ-साथ इज़राइल का समर्थन करते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, हमास ने इजरायल के युद्धविराम की मांग को खारिज कर दिया। हमास का कहना है कि वह अपना मुख्य साझेदार है। रॉयटर्स ने एक अन्य देश से जुड़ी घटना के बारे में बताया, जोर्डन ने कहा कि उसकी वायु सेना सीमा हवाई का उल्लंघन करने वाले किसी भी ईरानी विमान को गिराने के लिए तैयार है।
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