ईरान UN को देश के संवेदनशील परमाणु स्थलों पर वीडियो रिकॉर्डिंग जारी रखने और कैमरों में मेमोरी कार्ड लगाने की देगा इजाजत
ईरान UN को देगा इजाजत
Iran Will Allow UN To Service Nuclear Monitoring Cameras: कूटनीतिक जोर-आजमाइश को टालते हुए ईरान के असैन्य परमाणु कार्यक्रम के प्रमुख मोहम्मद इस्लामी (Mohammad Eslami) ने रविवार को कहा कि उनका देश संयुक्त राष्ट्र निरीक्षकों को देश के सभी संवेदनशील परमाणु स्थलों पर निगरानी कैमरों में नए मेमोरी कार्ड लगाने और वहां वीडियो रिकार्डिंग जारी रखने की अनुमति देने पर सहमत हो गया है. इस्लामी ने रविवार को यहां अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के महानिदेशक राफेल ग्रोस्सी (Rafael Grossi) के साथ बैठक के बाद इस निर्णय की घोषणा की.
इस घोषणा के बाद भी आईएईए उसी स्थिति में है, जिसका उसने फरवरी से सामना किया है. ईरान अपने (परमाणु ) स्थलों की सभी वीडियो रिकार्डिंग अपने पास ही रखता है क्योंकि 2015 के परमाणु करार पर अमेरिका एवं ईरान के लौटने पर वार्ता अब भी थमी हुई है (Iran Nuclear Deal Update). इस बीच ईरान कुछ मात्रा में यूरेनियम का उस स्तर तक संवर्धन कर रहा है जो हाथियार की श्रेणी वाली मात्रा के बेहद करीब है और उसका भंडार भी लगातार बढ़ रहा है.
ग्रोस्सी ने बैठक के बाद क्या कहा?
ग्रोस्सी ने कहा, 'मुझे यह कहते हुए खुशी है कि आज ( हम ) सकारात्मक नतीजे पर पहुंच पाए, जो यहां एजेंसी के उपकरण के चलते रहने के लिए जरूरी है.' उन्होंने कहा कि 'यहां हमारे लिए आईएईए एवं दुनिया को इस बात की गारंटी देना एवं सूचना देना जरूरी है कि सभी कुछ ठीक ठाक चल रहा है.' इस्लामी ने ईरान एवं आईएईए के बीच वार्ता को 'बहुत ही तकनीकी' बताया और कहा कि इसमें राजनीति की कोई गुजाइंश नहीं हैं (Mohammad Eslami Iran). उन्होंने कहा कि ग्रोस्सी शीघ्र ही अधिकारियों के साथ ईरान लौटेंगे, लेकिन उन्होंने इसका ब्योरा नहीं दिया।
रिकॉर्डिंग नष्ट करने की धमकी
यह भी स्पष्ट नहीं हो पाया कि ईरान पुरानी रिकार्डिंग की प्रतियां देगा या नहीं , जिसे उसने पहले नष्ट कर देने की धमकी दी थी. इस्लामी ने कहा, 'नियमित तौर पर मेमोरी कार्ड ईरान में सीलबंद कर रखे जाते हैं. नए मेमोरी कार्ड कैमरों में डाले जाएंगे (Iran UN Video Recording). यह नियमित कार्यक्रम और एजेंसी की निगरानी प्रणाली में प्राकृतिक प्रवृति है.' आईएईए एवं ईरान की ओर से जारी संयुक्त बयान में कहा गया है कि दोनों पक्षों में केवल तौर तरीके एवं समय को लेकर सहमति बनी है. इस घोषणा से अब ईरान को इस हफ्ते आईएईए की बोर्ड बैठक से पहले तैयारी करने के लिए कुछ वक्त मिल सकता है.
चर्चा कर रहे पश्चिमी देश
पश्चिमी देश अंतरराष्ट्रीय निरीक्षकों के साथ सहयेाग नहीं करने को लेकर ईरान के विरूद्ध कार्रवाई करने के विषय पर आपस में चर्चा कर रहे हैं. इस्लामी ने कहा कि ईरान उस बैठक में हिस्सा लेगा एवं आईएईए के साथ उसकी वार्ता जारी रहेगी (Iran Meeting on Nuclear Sites). आईएईए ने पिछले सप्ताह अपनी एक गोपनीय त्रैमासिक रिपोर्ट में सदस्य देशों से कहा था कि फरवरी से उसकी सत्यापन एवं निगरानी गतिविधियां बुरी तरह प्रभावित हुई हैं कयोंकि ईरान निरीक्षकों को निगरानी उपकरणों का फुटेज नहीं लेने दे रहा है. आईएईए ने यह भी कहा कि कुछ खास निगरानी उपकरण को तीन समय से अधिक समय तक बिना सर्विसिंग के नहीं छोड़ा जा सकता है.