जनसंख्या बढ़ाने के लिए ईरान ने निकाला ये तरीका, शादी कराने का सरकारी ऐप 'हमदम' किया लॉन्च
इसके बाद ईरान की संसद ने शादियों और बच्चों के जन्म को प्रोत्साहन देने के लिए कई नियम भी बनाए.
ईरान पिछले कुछ सालों से प्रजनन दर कम होने की समस्या जूझ रहा है. कई दूसरे देशो की तुलना में ईरान में जन्म दर में काफी कमी आई है. इस समस्या से निपटने के लिए सरकार ने यहां मैचमेकिंग ऐप लॉन्च किया है. इस ऐप के जरिए युवा अपना जीवन साथी चुन सकेंगे.
इस ऐप नाम 'हमदम' है. यह ऐप सरकारी इस्लामिक सांस्कृतिक निकाय द्वारा बनाया गया है. इस पर पहले युवाओं को अपनी पूरी जानकारी देने होगी. ऐप यूजर की पहचान को वेरीफाई करेगा और गलत जानकारी देने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. ऐप पर युवाओं को रुचि, पसंद, नापसंद आदि के बारे में बताना होगा. ऐप मनोवैज्ञानिक अनुकूलता का टेस्ट भी करता है. युवाओं की ओर से दी गई जानकारी के आधार पर ऐप जीवन साथी की तलाश के सजेशन देता है.
जोड़े से चार साल तक संपर्क में रहेगा ऐप
इस अलावा यह संभावित कपल के परिवारों को मैचिंग और परामर्श देता है. इसके साथ ही जोड़े को शादी के चार साल बाद तक ऐप पर एक्टिव रहना होगा. यानी ऐप उनके संपर्क में रहकर नजर रखेगा.
पारंपरिक तरीके शादी करना पसंद नहीं कर रहे युवा
दरअसल, ईरान में इस्लामी कानून के अनुसार पश्चिमी देशों की तरह डेट करने और शादी करने पर पाबंदी लगी हुई है. वहीं बहुत से युवाओं को ईरान के पारंपरिक तरीके शादी करना पसंद नहीं आ रहा. ऐसे समें ईरान अपनी कम होती आबादी को लेकर चिंतित है. ईरान में महिलाओं में प्रजनन दर चार साल में 25% कम हुई है और यह प्रति महिला 1.7 बच्चे है.
जन्म दर बढ़ाने के लिए सरकार ने उठाए हैं कई कदम
गौरतलब है कि ईरान ने करीब एक दशक पहले परिवार नियोजन नीति बदलना शुरू किया था. गर्भनिरोधक गोलियों को बैन कर दिया गया था. नीति में कई बदलावों से लोगों के लिए सुरक्षित गर्भनिरोधक सामान प्राप्त करन मुश्किल हो गया था. साल 2014 में ईरान के सबसे बड़े नेता अयातुल्ला खमेनेई ने एक आदेश किया था .इसमें कह गया था कि जनसंख्या को बढ़ावा देने से राष्ट्रीय पहचान मजबूत होगी और पश्चिमी जीवन शैली गलत पहलुओं से मुकाबला करने में मदद मिलेगी. इसके बाद ईरान की संसद ने शादियों और बच्चों के जन्म को प्रोत्साहन देने के लिए कई नियम भी बनाए.