ईरान: स्वदेश में विकसित वैक्सीन का पहला मानव परीक्षण किया शुरू
ईरान में घरेलू तौर पर विकसित कोरोना वायरस के टीके की सुरक्षा और असर का पहला अध्ययन मंगलवार को शुरू हो गया।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क: ईरान में घरेलू तौर पर विकसित कोरोना वायरस के टीके (वैक्सीन) की सुरक्षा और असर का पहला अध्ययन मंगलवार को शुरू हो गया। संक्रमण से बुरी तरह प्रभावित इस देश में दर्जनों लोगों को इसे लगाया जाना है। ईरान में सरकारी स्वामित्व वाले फार्मास्युटिकल संघ में शामिल शिफा फार्मेड ने टीके का विकास किया है। ईरान पश्चिम एशिया में कोविड-19 से सबसे बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
यह पहला टीका है जो मानव परीक्षण के स्तर पर पहुंचा है। राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा है कि ईरान एक और टीके के उत्पादन के लिए किसी दूसरे देश के साथ साझेदारी कर रहा है जिसका फरवरी में मनुष्यों पर परीक्षण किया जा सकता है। उन्होंने इससे ज्यादा कुछ नहीं कहा। ईरान में अब तक 12 लाख से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं और करीब 55,000 लोगों की जान जा चुकी है।
पहले चरण के क्लिनिकल परीक्षण में कुल 56 प्रतिभागियों को दो सप्ताह के अंदर ईरान निर्मित टीके की दो खुराक दी जाएंगी। यह जानकारी परीक्षण से जुड़े हामिद हुसैनी ने दी। उन्होंने बताया कि दूसरी खुराक दिए जाने के करीब एक महीने बाद परिणाम घोषित किए जाएंगे।
पाकिस्तान में कोरोना वायरस के नए प्रकार का पता चला
इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने ब्रिटेन में सामने आए कोरोना वायरस के नए प्रकार के पहले मामले की मंगलवार को पुष्टि की। ब्रिटेन से लौटे तीन यात्रियों के नमूनों की जांच में तेजी से फैलने वाले इस वायरस स्ट्रेन के होने का पता चला। सिंध के स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि जीनोटाइपिंग के लिए 12 लोगों के नमूने लिये गये थे जिनमें से छह में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई।
उसने एक ट्वीट में कहा, 'ब्रिटेन से लौटे तीन लोगों के नमूने जीनोटाइपिंग के पहले चरण में ब्रिटेन में मिले कोरोना के नए स्ट्रेन से 95 प्रतिशत मेल खाते हैं।' विभाग ने कहा कि प्रांतीय सरकार संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों का पता लगा रही है और ऐसे लोगों को पृथकवास में भेजा जा रहा है। पाकिस्तान ने चार जनवरी तक ब्रिटेन से उड़ानों के परिचालन पर पाबंदी लगा रखी है।