इंटरनेशनल बेइज्जती! आतंकियों संग रिश्तों के चलते नए पाकिस्तानी राजदूत की US में रुकी नियुक्ति

पाकिस्तान की इंटरनेशनल बेइज्जती

Update: 2022-01-31 12:47 GMT
पाकिस्तान (Pakistan) को एक बार फिर वैश्विक शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा है. दरअसल, अमेरिका में संभावित आतंकी संबंधी के कारण पाकिस्तान के नए राजदूत की नियुक्ति को रोक दिया गया है. अमेरिकी कांग्रेसमैन स्कॉट पैरी (Scott Perry) ने राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) को पाकिस्तानी राजदूत (Pakistani Ambassdor) को लेकर चिट्ठी लिखी है. इस चिट्ठी में सांसद पैरी ने राष्ट्रपति बाइडेन से आग्रह किया है कि वह मसूद खान (Masood Khan) के नाम को पाकिस्तान से अगले अमेरिकी राजदूत के रूप में रिजेक्ट करें. उन्होंने कहा है कि मसूद खान के संभावित आतंकी संबंध रहे हैं.
अमेरिकी सांसद ने चिट्ठी में लिखा, 'मैं इस बात से उत्साहित हूं कि विदेश विभाग ने कथित तौर पर मसूद खान को पाकिस्तान से नए राजदूत के रूप में मंजूरी देने पर रोक लगा दी है. हालांकि, सिर्फ रोक लगा देना ही काफी नहीं है. मैं आपसे आग्रह करता हूं कि आप मसूद खान द्वारा प्रस्तुत किसी भी राजनयिक प्रमाण पत्र को अस्वीकार करें. साथ ही पाकिस्तान सरकार (Pakistan Government) द्वारा इस जिहादी को अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत के रूप में स्थापित करने के किसी भी प्रयास को खारिज करें.' इस तरह पाकिस्तान की एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेइज्जती हुई है.
राजदूत ने बुरहानी वानी की प्रशंसा की थी
स्कॉट पैरी ने कहा कि इमरान खान (Imran Khan) सरकार द्वारा क्षेत्र में हमारे हितों को कमजोर करने के लिए काम करने वाले आतंकवादियों के हिमायती का नामांकन किया है. ये फैसला एक कमी के रूप में बताया जा सकता है. पैरी ने कहा कि मसूद खान ने हिजबुल मुजाहिदीन (Hizbul Mujahideen) सहित आतंकवादियों और विदेशी आतंकवादी संगठनों दोनों की प्रशंसा की है. सांसद ने आगे कहा कि उन्होंने युवाओं को हिजबुल मुजाहिदीन के पूर्व कमांडर बुरहान वानी (Burhan Wani) जैसे जिहादियों का अनुकरण करने के लिए प्रोत्साहित किया, जिन्होंने भारत के खिलाफ हथियार उठाए.
नवंबर में भेजा गया था राजदूत का नाम
इससे पहले, समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया कि अमेरिकी विदेश विभाग ने मसूद खान का नामांकन खारिज नहीं किया था. समाचार एजेंसी ने सूत्र का हवाला देते हुए बताया कि वाशिंगटन ने उनकी मंजूरी के लिए और समय मांगा है. मसूद खान का नामांकन पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने पिछले साल नवंबर में भेजा था. इसे मानक राजनयिक प्रक्रिया के तहत आठ सप्ताह में मंजूर किया जाना था. मसूद खान को उम्मीद थी कि उनकी नियुक्ति जल्द ही हो जाएगी, यही वजह है कि उन्होंने सभी से विदा लेना भी शुरू कर दिया था. लेकिन अभी उन्हें और अधिक इंतजार करने की जरूरत है.
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