शोध में सामने आए दिलचस्‍प पहलू! आस-पास वायु प्रदूषण में रहने से हर्ट अटैका का बना बड़ा कारण

आपको बता दें कि नाइट्रोजन डाइआक्साइड में सबसे महीन कण होते हैं। यह इंसान के संपर्क में आने के पहले घंटे में ही नुकसान पहुंचा सकते हैं।

Update: 2022-04-23 10:47 GMT

अब तक अगर आप वायु प्रदूषण को गंभीरता से नहीं लेते हैं तो अब आपको सावधान हो जाने की जरूरत है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार हवा की गुणवत्ता खतरनाक स्तर पर पहुंच चुकी है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के जर्नल सर्कुलेशन में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, वायु प्रदूषण की चपेट में आकर एक घंटे के भीतर इंसान को दिल का दौरा पड़ सकता है। आपको बता दें कि चार आम वायु प्रदूषक, जैसे- सूक्ष्म कण पदार्थ, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड, सल्फर डाइऑक्साइड और कार्बन मोनोऑक्साइड की मौजूदगी एक्यूट कोरोनरी सिंड्रोम (एसीएस) को जल्दी से ट्रिगर कर सकते हैं।

एक्यूट कोरोनरी सिंड्रोम का बढ़ता खतरा
दरअसल, एक्यूट कोरोनरी सिंड्रोम एक ऐसी स्थिति होती है जिसमें कोरोनरी आर्टरी में ब्लड का फ्लो अचानक ही कम हो जाता है। इस वजह से खून पर्याप्त मात्रा में हार्ट तक नहीं पहुंच पाता है। इसकी वजह से व्यक्ति को स्ट्रोक, एंजाइना या फिर हार्ट अटैक आ सकता है। रिसर्च के बाद जो जानकारी मिली है उसके अनुसार लोगों को सबसे ज्यादा खतरा नाइट्रोजन डाइआक्साइड के संपर्क में आने से है। आपको बता दें कि नाइट्रोजन डाइआक्साइड में सबसे महीन कण होते हैं। यह इंसान के संपर्क में आने के पहले घंटे में ही नुकसान पहुंचा सकते हैं।


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