खुफिया रिपोर्ट : एलएसी से सैनिकों को हटा लिए जाने के बावजूद दोनों देशों में तनाव
मई 2020 से अब तक सबसे गंभीर तनावपूर्ण स्थिति है।
भारत-चीन तनाव के बीच वास्तविक सीमा रेखा (एलएसी) पर पिछले साल चीनी सेना की घुसपैठ को अमेरिका ने बेहद गंभीर माना है। अमेरिका के राष्ट्रीय खुफिया निदेशक के कार्यालय (ओडीएनआई) की ताजा रिपोर्ट में आशंका जताई गई है कि सैनिकों को हटा लिए जाने के बावजूद दोनों देशों में तनाव बना रह सकता है।
चीन अपनी ताकत दिखाने के लिए सभी हथकंडे अपनाना चाहता है। रिपोर्ट में यह भी कहा है कि यदि पाकिस्तान दोबारा भारत को उकसाता है तो उसे मुंहतोड़ जवाब मिल सकता है। हालांकि युद्ध की कोई आशंका नहीं है। अमेरिकी खुफिया संगठनों की रिपोर्ट 'अमेरिका के लिए खतरों की सूची' हर साल जारी होती है।
2020 में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन और संसद के बीच टकराव के कारण रिपोर्ट जारी नहीं हुई। अब 2 साल के बाद दुनिया के बारे में अमेरिकी खुफिया एजेंसियों का आकलन सामने आया है। अमेरिकी संसद कांग्रेस को सौंपी रिपोर्ट के अनुसार, चीन अपनी बढ़ती ताकत का प्रदर्शन करने और पड़ोसी देश को विवादित क्षेत्र पर अपना दावा बिना किसी विरोध के स्वीकार करने को विवश करने के हथकंडे आजमाने की कोशिश करना चाहता है।
वह विदेश में अपनी आर्थिक, राजनीतिक व सैन्य मौजूदगी को बढ़ाने के लिए अरबों डॉलर के बेल्ट एंड रोड इनीशिएटिव (बीआरआई) का प्रचार करता रहेगा। रिपोर्ट के अनुसार भारत-चीन की विवादित सीमा पर 1975 के बाद, मई 2020 से अब तक सबसे गंभीर तनावपूर्ण स्थिति है।