अरब देशों में बढ़ा भारत का कद, मुस्लिम वर्ल्ड लीग ने पहली बार कही इंडिया से जुड़ी यह बात
हम इन मूल्यों को अपनाते हुए आज की चुनौतियों को हरा सकते हैं.’
बेशक 2 अक्टूबर यानी गांधी जयंती बीत चुकी है, लेकिन इसकी चर्चा लगातार सोशल मीडिया पर बनी हुई है. चर्चा की वजह है गांधी जयंती को लेकर इस्मालिक संगठन मुस्लिम वर्ल्ड लीग का दिया बयान, जिसमें संगठन ने कहा है कि भारत में महात्मा गांधी अहिंसा के प्रथम अन्वेषक थे. दुनियाभर में अहिंसा का संदेश पहुंचाने के लिए इस दिन को एक अवसर के रूप में देखा जाना चाहिए
ट्वीट करके क्या कहा
वर्ल्ड मुस्लिम लीग ने 2 अक्टूबर को गांधी जी को याद करते हुए एक ट्वीट किया, 'आज 2 अक्टूबर को हम महात्मा गांधी के जन्मदिवस पर उन्हें याद करते हुए गांधी जयंती मना रहे हैं. महात्मा गांधी को एक स्वतंत्रता सेनानी और अहिंसा का पुजारी बताते हुए संगठ ने कहा कि गांधी जयंती का दिन अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस भी है.
एक अवसर के रूप में देखें यह दिन
संस्था ने आगे लिखा, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अहिंसा का संदेश फैलाने के लिए 2 अक्टूबर के दिन को एक अवसर के रूप में देखना चाहिए. ट्वीट में संगठन ने आगे गांधी जयंती के दिन को ऐसा मौका बताया, जिसमें शिक्षा और जन जागरण के जरिए अहिंसा के पथ पर चलने का संदेश पूरे विश्व में दिया जा सके. मुस्लिम वर्ल्ड लीग एक इंटरनेशनल गैर सरकारी इस्लामिक संस्था है, जिसका हेड ऑफिस सऊदी अरब के मक्का शहर में है.
गैर सरकारी इस्लामिक संस्था है यह
बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद सऊदी-भारत के रिश्तों में काफी सुधार हुआ है. अब यह संबंध तेले से अलग कई अन्य चीजों के कारोबार तक जा पहुंचा है. जब साल 2016 में पीएम नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब की यात्रा की थी तो उस समय दोनों देशों के नेताओं ने कई क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की थी, जिसके बाद से से ही लगातार दोनों देश एक दूसरे के करीब आते जा रहे हैं. जब पीएम नरेंद्र मोदी सऊदी अरब में थे तो उस समय सऊदी के किंग सलमान ने पीएम नरेंद्र मोदी को सऊदी अरब के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से नवाजा था. किंग सलमान की ओर से उठाया गया यह कदम दुनिया भर में संदेश देने के लिए काफी था कि सऊदी अरब भी भारत के के साथ अपने संबंधों में मजबूती चाहता है.
यूएन महासचिव ने भी किया था याद
बता दें कि 2 अक्टूबर को संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने एक खास मैसेज ट्वीट किया था. जिसमें यूएन महासचिव ने लिखा था, 'अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के मौके पर हम महात्मा गांधी के जन्मदिन को मनाते हैं. हम शांति, सम्मान और अहिंसा को लेकर उनके बताए गए मूल्यों पर को याद करते हैं, उनका जश्न मनाते हैं. हम इन मूल्यों को अपनाते हुए आज की चुनौतियों को हरा सकते हैं.'