नागरिकों की रक्षा के लिए दक्षिणी सूडान में भारतीय शांतिरक्षकों ने स्थापित किया अस्थायी अड्डा
दक्षिणी सूडान में भारतीय शांतिरक्षकों ने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपर नील |
दक्षिणी सूडान में भारतीय शांतिरक्षकों ने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपर नील राज्य के अकोका में असैन्य संचालन ठिकाना बनाया है। संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन में भारत सबसे ज्यादा सैनिकों का योगदान देने वाला देश है। दक्षिणी सूडान में संयुक्त राष्ट्र मिशन (यूएनएमआईएसएस) में अभी भारत के 2,383 सैनिक सेवा दे रहे हैं।
भारतीय शांति सैनिकों की यह संख्या रवांडा के बाद सबसे ज्यादा है। यूएनएमआईएसएस बल के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल शैलेश तिनाइकर ने कहा, हमारा मकसद अपने शांतिरक्षकों को मुस्तैद बनाना तथा जिन इलाकों में अचानक संघर्ष होने की आशंका है, वहां तेजी से प्रतिक्रिया देना है।
उन्होंने कहा कि इस तरह से काम करने के अनेक फायदे हैं। अधिकारी ने बताया कि शांतिरक्षक के तौर पर हमारा काम सिर्फ नागरिकों की रक्षा करना ही नहीं बल्कि समुदाय के लोगों और स्थानीय प्राधिकारियों से भी जुड़ना भी है ताकि तनाव बढ़ने की आशंका पर हमें जल्द से जल्द इसकी जानकारी मिल सके।