भारतीय मूल के मलेशियाई को दी जाने वाली थी सजा-ए-मौत, ऐन मौके पर टाली गई सजा

ट्रेवोर ने भेदभावपूर्ण हिरासत और मानवीय अधिकारों के उल्लंघन के खिलाफ भूख हड़ताल शुरू कर दी है।'

Update: 2021-11-10 02:02 GMT

सिंगापुर की एक अदालत ने भारतीय मूल के एक मलेशियाई युवक को कोरोना संक्रमित पाए जाने पर फिलहाल उसकी फांसी को स्थगित कर दिया है। सिंगापुर की चांगी जेल में कैद नागेथरन के. धर्मलिंगम को बुधवार को ड्रग्स की तस्करी का दोषी पाए जाने पर सजा-ए-मौत दी जाने वाली थी। लेकिन नियमित स्वास्थ्य जांच के दौरान उन्हें कोरोना से संक्रमित पाया गया है।

सिंगापुर हाई कोर्ट ने विगत सोमवार को एक आनलाइन सुनवाई के दौरान मौत की सजा को उनके स्वस्थ होने तक स्थगित कर दिया है। जस्टिस एंड्रयू फांग, जूडिथ प्रकाश और कन्नन रमेश की खंडपीठ ने कहा कि यह अप्रत्याशित था। उन्होंने अगली तारीख तक के लिए सुनवाई स्थगित कर दी है। सुनवाई की अगली तारीख अभी तय नहीं है। उल्लेखनीय है कि नागेथरन को सिंगापुर में 2009 में 42.72 ग्राम हेरोइन की तस्करी के लिए वर्ष 2010 में मौत की सजा सुनाई गई थी। वर्ष 2011 में इसके खिलाफ वह हाई कोर्ट में अपील करने में नाकाम रहे। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट में यह मामला 2019 में पहुंचा और सिंगापुर के राष्ट्रपति से माफी के लिए भी अपील की गई थी।
रूस में सजा काट रहे अमेरिकी मरीन ने शुरू की भूख हड़ताल
मास्को, रायटर। रूस में नौ साल जेल की सजा भुगत रहे अमेरिका के एक पूर्व नौसैनिक ने अपने अधिकारों के उल्लंघन के विरोध में भूख हड़ताल शुरू कर दी है। टेक्सास यूनिवर्सिटी से पढ़ाई करने वाले ट्रेवोर रीड को वर्ष 2019 में मास्को यात्रा के दौरान नशे की हालत में दो पुलिसकर्मियों की जान खतरे में डालने के लिए दोषी करार दिया गया था। ट्रेवोर के परिवार ने कहा, 'अटार्नी से हमें रिपोर्ट मिली है कि ट्रेवोर ने भेदभावपूर्ण हिरासत और मानवीय अधिकारों के उल्लंघन के खिलाफ भूख हड़ताल शुरू कर दी है।'

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