भारतीय मूल के जस्टिस महमूद कमाल बने कनाडा के सुप्रीम कोर्ट के अश्वेत जज

उन्‍होंने क्‍यूबेक की अदालत में एक लॉ क्‍लर्क के रूप में भी काम किया है.

Update: 2021-06-22 04:24 GMT
भारतीय मूल के जस्टिस महमूद कमाल बने कनाडा के सुप्रीम कोर्ट के अश्वेत जज
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भारतीय मूल के जज महमूद जमाल (Mahmud Jamal) को कनाडा के सुप्रीम कोर्ट में नामित किया गया है. वह देश के शीर्ष न्यायालय में नामित होने वाले पहले अश्वेत जज हो गये हैं. प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (PM Justin Trudeau) ने जस्टिस जमाल को सुप्रीम कोर्ट में नामित किये जाने की घोषणा की.

जस्टिस जमाल रिटायर हो रही जस्टिस रोसाली सिल्बरमैन एबेला की जगह लेंगे, जो शीर्ष अदालत की पहली यहूदी और पहली शरणार्थी जस्टिस थीं. पीएम ट्रूडो ने एक बयान में कहा, 'कनाडा के उच्चतम न्यायालय में न्यायमूर्ति महमूद जमाल को नामित किये जाने की घोषणा करते हुए मुझे खुशी महसूस हो रही है. अपने असाधारण कानूनी और अकादमिक अनुभव के कारण वह देश के शीर्ष न्यायालय के लिए बहुत महत्वपूर्ण साबित होंगे. '
जमाल का जन्‍म केन्‍या में हुआ
सीटीवी न्यूज के मुताबिक, न्यायमूर्ति जमाल का जन्म केन्या में हुआ था. उनका परिवार मूल रूप से भारतवंशी है. उनका परिवार 1981 में कनाडा आया था और यहीं बस गया था.एडमोंटन से की पढ़ाई
जमाल अब एडमोंटन में रहते हैं. यहीं से उन्‍होंने हाई स्‍कूल की पढ़ाई की. उन्‍होंने यूनिवर्सिटी ऑफ टोरंटो से बीए की डिग्री ली. वो मैकगिल यूनिवर्सिटी से लॉ में ग्रेजुएट्स हैं. जमाल ने येल यूनिवर्सिटी से मास्‍टर ऑफ लॉ किया है. उन्‍होंने क्‍यूबेक की अदालत में एक लॉ क्‍लर्क के रूप में भी काम किया है.


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