अफगानिस्तान में भारतीय दूतावास ने नागरिकों के लिए जारी किया सुरक्षा परामर्श
फगानिस्तान में तालिबान के बढ़ते कब्जे के बीच भारत के दूतावास ने शनिवार को अमेरिकी सैन्य सैनिकों की वापसी के बीच बढ़ती हिंसा के मद्देनजर देश में भारतीय नागरिकों के लिए 29 जून की सुरक्षा सलाह को दोहराया। एडवाइजरी में अफगानिस्तान में आने, रहने और काम करने वाले भारतीयों को अपनी सुरक्षा के संबंध में अत्यधिक सावधानी बरतने और देश के विभिन्न हिस्सों में बढ़ती हिंसा की घटनाओं को देखते हुए सभी प्रकार की गैर जरूरी यात्रा से बचने के लिए कहा गया है।
एक परामर्श में दूतावास ने कहा कि अफगानिस्तान में सुरक्षा की स्थिति कुछ प्रांतों में "खतरनाक" बनी हुई है। आतंकवादी समूहों ने नागरिकों को टारगेट करने सहित कई हमले किए हैं। ऐसे में भारतीय नागरिकों को भी अपहरण सहित गंभीर खतरे का सामना करना पड़ सकता है।
दूतावास ने कहा कि यह अनुशंसा की जाती है कि सभी प्रकार के गैर जरूरी आवाजाही से बचा जाए। विशेष रूप से व्यस्ततम घंटों के दौरान आवाजाही से भी बचा जाना चाहिए। सड़कों पर यात्रा करते समय, सैन्य काफिले, सरकारी मंत्रालयों/कार्यालयों के वाहनों, उच्च पदस्थ अधिकारियों जैसे संभावित टारगेट से दूरी बनाए रखें। कानून प्रवर्तन एजेंसियां और भीड़-भाड़ वाले बाजारों, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, मंडियों, रेस्तरां और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर जाने से बचें।
एडवाइजरी में कहा गया है कि ग्राउंड रिपोर्ट के जरिए घटनाओं को कवर करने के लिए अफगानिस्तान जाने वाले भारतीय मीडिया के सदस्यों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। एडवाइजरी ने हाल ही में अफगानिस्तान में फोटो जर्नलिस्ट और पुलित्जर पुरस्कार विजेता दानिश सिद्दीकी की हत्या का जिक्र करते हुए कहा कि जैसा कि हाल की दुखद घटनाओं से पता चला है।
ऐसे में यह आवश्यक है कि जमीन पर घटनाओं को कवर करने वाले सभी भारतीय मीडिया से जुड़े लोग दूतावास के सार्वजनिक मामलों और सुरक्षा विंग के साथ व्यक्तिगत ब्रीफिंग के लिए संपर्क स्थापित करें, जिसमें वे जिस स्थान की यात्रा कर रहे हैं, उसके लिए विशिष्ट सलाह भी शामिल है। यह कहा गया कि इससे न केवल मीडियाकर्मियों को शामिल जोखिमों का बेहतर आकलन करने में मदद मिलेगी, बल्कि दूतावास के लिए जरूरत पड़ने पर त्वरित सहायता प्रदान करना भी आसान हो जाएगा।
ज्ञात हो कि तालिबान ने अफगानिस्तान में हावी होने के बाद पाक सीमा से लगे शहर स्पिन बोल्डक में सौ नागरिकों का कत्लेआम करके खूनी खेल शुरू कर दिया है। इस नरसंहार के दौरान निर्दोष नागरिकों के साथ लूटपाट और घृणित कार्य किए गए। स्पिन बोल्डक पाकिस्तान की सीमा से लगा एक व्यावसायिक शहर है। शहर के आसपास अभी भी शव पड़े दिखाई दे रहे हैं। कम से कम सौ लोगों की हत्या को अंजाम दिया गया। इस दौरान आतंकियों ने यहां भीषण लूटपाट व अन्य जघन्य कार्य किए। बच्चों का भी बेरहमी से कत्ल कर दिया।
अफगानिस्तान के आंतरिक गृह मंत्रालय के प्रवक्ता मीरवाइज स्टेनकजई ने कहा है कि आतंकियों ने अपने आकाओं (पाकिस्तान) के इशारे पर इस क्रूर घटना को अंजाम दिया है। उन्होंने कहा कि यह दुश्मन के असली चेहरे को उजागर करता है। स्पिन बोल्डक वही स्थान है, जहां पर भारतीय पत्रकार दानिश सिद्दीकी की हत्या कर दी गई थी। इस शहर पर पिछले सप्ताह तालिबान ने कब्जा कर लिया था। तालिबान ने नागरिकों की हत्या में शामिल होने से इन्कार किया है।
अफगान सेना पर निरंतर हावी होते जा रहे तालिबान को थामने के लिए वापसी कर रही अमेरिकी सेना ने ताबड़तोड़ हवाई हमले शुरू कर दिए हैं। इन हमलों की पुष्टि अमेरिका के रक्षा विभाग पेंटागन ने भी की है। पेंटागन के प्रवक्ता जान किर्बी ने बताया कि मैं इस संबंध में पूरा विवरण नहीं दे सकता, लेकिन हमने अफगान सुरक्षा बलों की मदद करने के लिए हवाई हमले किए हैं। उन्होंने कहा कि सेना की वापसी के बीच भी हम हवाई हमले करने में सक्षम हैं। अफगानिस्तान में तैनात सेंट्रल कमांड के जनरल मैकेंजी हवाई हमले करने के लिए अधिकृत और सक्षम हैं।