अमेरिका। वाशिंगटन में बिजनेस मीटिंग का सिलसिला शुरू हो गया है. पीएम मोदी ने बोइंग कंपनी के सीईओ डेविड एल कैलहौन से मुलाकात की है. अमेरिका में विरोधी सांसद प्रमिला जयपाल ने कहा, यह बहुत महत्वपूर्ण है कि दोनों देशों के बीच एक मजबूत संबंध बने हैं. हमारे देशों के लिए सहयोग के कई क्षेत्र हैं, उस पर काम करने के लिए उत्सुक हूं. मैं यह भी मानती हूं कि कुछ चिंताएं हैं जिन्हें मैंने सीधे राष्ट्रपति के सामने उठाया है. मैंने इसे प्रधानमंत्री के समक्ष उठाया है और हमें उन क्षेत्रों पर ध्यान देना होगा, जहां हम मानवाधिकारों, प्रेस की स्वतंत्रता और अन्य को कमजोर होते देखते हैं. यूएस नेशनल साइंस फाउंडेशन के निदेशक सेथुरमन पंचनाथन ने शिक्षा और वर्कफोर्स पर यूएस-भारत साझेदारी के बारे में बात की. उन्होंने कहा, ये दो बहुत बड़े देश हैं, लेकिन इनमें जबरदस्त तालमेल है. दोनों पक्षों में बहुत सारी विशेषज्ञता है जिसे जलवायु, गरीबी जैसे कई मुद्दों को हल करने के लिए एक साथ लाया जा सकता है और यह सुनिश्चित किया जा सकता है कि प्रौद्योगिकी लोगों के हित में काम करती है. युवाओं के पास अपनी पूरी क्षमता का उपयोग करने का मौका है.
पीएम से मुलाकात के बाद अमेजन के सीईओ एंड्रयू जेसी का बड़ा बयान आया है. उन्होंने कहा, भारत में 15 बिलियन डॉलर निवेश करने का इरादा है. रोजगार के अवसर पैदा करने के उत्साहित हूं. भारतीय कंपनियों के उत्पाद निर्यात करने में रुचि है.
पीएम मोदी से मुलाकात के बाद गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने कहा, अमेरिका की ऐतिहासिक यात्रा के दौरान पीएम मोदी से मिलना सम्मान की बात है. हमने प्रधानमंत्री के साथ साझा किया कि गूगल भारत के डिजिटलीकरण कोष में 10 अरब डॉलर का निवेश कर रहा है. हम इसके उद्घाटन की घोषणा कर रहे हैं. हमारा वैश्विक फिनटेक परिचालन केंद्र गिफ्ट सिटी, गुजरात में है. डिजिटल इंडिया के लिए प्रधानमंत्री का दृष्टिकोण उनके समय से कहीं आगे है. मैं अब इसे एक ब्लूप्रिंट के रूप में देखता हूं जिसे अन्य देश करना चाह रहे हैं.
पीएम मोदी की यात्रा पर भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने कहा, मुझे लगता है कि एआई ही भविष्य है- अमेरिका और भारत. हमने इतिहास में किसी भी अन्य की तुलना में अधिक काम किए हैं. यह एक असाधारण यात्रा रही है. अब हम हमारे पूरे इतिहास की सबसे गहरी और व्यापक मित्रता निभा रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाशिंगटन में भारत और अमेरिका के उद्योगपतियों से मुलाकात की है. पीएम से मुलाकात के बाद उद्योगपतियों ने बड़े निवेश के ऐलान किए हैं. अमेजन के सीईओ एंड्रयू जेसी ने कहा, अमेजन भारत में सबसे बड़े निवेशकों में से एक है. हम पहले ही 11 बिलियन डॉलर का निवेश कर चुके हैं, और 15 बिलियन डॉलर का निवेश करने का इरादा है, जिससे कुल राशि 26 बिलियन डॉलर हो जाएगी.
पीएम मोदी ने कहा, अपनी अमेरिका विजिट के दौरान इस कार्यक्रम का बेसब्री से इंतजार कर रहा था. आप सभी अमेरिका की विकास यात्रा के मजबूत पिलर हैं. मैं आपसे मिलना और बातें करना चाहता था. आप सभी अपनी मेहनत से अमेरिका को इस ऊंचाई पर लाए हैं. आप अमेरिकन ड्रीम को जीया और दिखाया है कि संकल्प लेकर सिद्धि तक कैसे पहुंचाया जा सकता है. मुझे बुलाने के लिए आभार व्यक्त करता हूं. मैंने 4 दिन में दिग्गजों से मिला हूं. जिस एक बात ने सबसे ज्यादा आत्मविश्वास दिया है- वो भारत-अमेरिका की पार्टनरशिप. मैं विश्वास और दावे के साथ कह रहा हूं कि ये पार्टनरशिप कन्विक्सन की. इस पार्टनरशिप की नींव आप हैं. अमेरिका और भारत के नागरिक हैं. अमेरिका में भारत के लिए जबरदस्त समर्थन देखने को मिल रहा है. ये पार्टनरशिप 21वीं सदी की दुनिया का भाग्य बदल सकती है. मोदी ने कहा, हम चुनौती को भी चुनौती देते हैं. गरीबों को सशक्त कर रहे हैं. उनकी ईज ऑफ लिविंग बढ़ा रहे हैं. हम पहले 10वें नंबर की इकॉनोमी थे. अब 5वें नंबर की इकॉनोमी बन गए हैं. कोरोनाकाल में जिस तरह से भारत ने महामारी का मुकाबला किया है, वो उसके सामर्थ्य को बताता है. भारत आज 7 प्रतिशत की ग्रोथ लेकर आगे बढ़ रहा है. ये सब ऐसे ही नहीं हुआ है. आज भारत में रिफॉर्म का अद्भुत दौर चल रहा है.
भारत में सुधार का अभूतपूर्व दौर चल रहा है. हमारा निर्यात तेजी से बढ़ रहा है. विदेशी निवेश भी तेजी से बढ़ रहा है. भारत में 16 बिलियन से ज्यादा निवेश हुआ है. भारत में गरीबी तेजी से खत्म हो रही है. ये सब भारतीयों की महत्वाकांक्षा की वजह से संभव हुआ है. भारत में एविएशन सेक्टर में डिमांड लगातार बढ़ रही है. मोदी ने कहा, हाई ग्रोथ और लो Inflation कर भारत दिखा रहा है. हमारा एक्सपोर्ट, फोरेक्स बढ़ रहा है. FDI का रिकॉर्ड बन गया है.
भारत और अमेरिका की पार्टनरशिप दोनों देशों के हित में है. इसे मजबूत करना उतना ही आवश्यक है. बाइडेन की सरकार इस दिशा में बेहतरीन काम कर रही है. बीते तीन दिन में कई ऐतिहासिक कदम उठाए हैं. डिफेंस से एविएशन, आईटी से स्पेस तक कदम उठाए हैं. अमेरिका के दो और शहरों में भारतीय वाणिज्य दूतावास खोले जाएंगे. अहमदाबाद और बेंगलुरु में भी अमेरिका के नए वाणिज्य दूतावास खुलने जा रहे हैं. H1 बी वीजा को रिन्यू करने के लिए अमेरिका से बाहर नहीं जाना पड़ेगा. अमेरिका में रहते हुए ही ये वीजा रिन्यू हो जाएगा. इसके लिए इस साल पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया जाएगा. इसका बहुत बड़ा फायदा आईटी प्रोफेशनल को भी होने वाला है. इसके परिणाम सामने आने के बाद यह सुविधा एल कैटेगिरी वीजा के लिए भी हो सकती है.