अफगानिस्तान के मजार-ए-शरीफ शहर में भारतीय महावाणिज्य दूत का हार्ट अटैक से निधन
हम उनके परिवार, दोस्तों और सहकर्मियों के प्रति अपनी संवेदनाएं जाहिर करते हैं.'
अफगानिस्तान (Afghanistan) के शहर मजार-ए-शरीफ (Mazar-e-Sharif) में भारतीय महावाणिज्य दूत विनेश कालरा का सोमवार को काबुल (Kabul) के एक अस्पताल में निधन हो गया. पता चला है कि वह कोविड-19 से पीड़ित थे और अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कालरा के निधन पर दुख व्यक्त किया है.
जयशंकर ने ट्वीट किया, 'मजार-ए-शरीफ के महावाणिज्य दूत विनेश कालरा के निधन से बेहद दुखी हूं. एक कर्तव्यनिष्ठ व समर्पित सहकर्मी, हम सबको उनकी कमी खलेगी. उनके परिवार के प्रति हार्दिक संवेदनाएं.' विदेश सचिव हर्ष वर्धन श्रृंगला ने कालरा को समर्पित अधिकारी बताया जिन्होंने चुनौतीपूर्ण जिम्मेदारी को खुद आगे आकर स्वीकार किया था.
उन्होंने ट्वीट किया, 'एक समर्पित अधिकारी को खो दिया जिसने आगे आकर चुनौतीपूर्ण जिम्मेदारी को स्वीकार किया था. मैंने श्रीमती मोनिका कालरा से बात की और विदेश मंत्रालय के कर्मियों की तरफ से हार्दिक संवेदनाएं व्यक्त कीं. इस मुश्किल वक्त में हमारी संवेदनाएं उनके साथ हैं.' कालरा ने मस्कट, हनोई, प्रीटोरिया, कुआलालंपुर और बीजिंग में भारतीय मिशन में काम किया था.
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सरकार ने दिवंगत अधिकारी के परिवार की मदद करने की भरोसा दिया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि कालरा ने मुश्किल परिस्थितियों में इस पद को ग्रहण करने के लिये खुद आगे आकर राष्ट्र के प्रति अनुकरणीय प्रतिबद्धता और समर्पण का प्रदर्शन किया था. बागची ने कहा कि विदेश मंत्रालय उनके परिवार की हर संभव मदद करेगा.
भारत में अफगानिस्तान के राजदूत फरीद मामुंडजे ने अफगानिस्तान विदेश मंत्रालय के बयान को ट्वीट किया है. बयान के मुताबिक, 'हम महावाणिज्य दूत श्री विनेश कालरा के निधन से बेहद दुखी हैं. वे भारत के महान प्रतिनिधि थे, जो भारत-अफगान संबंधों को मजबूत करन के लिए समर्पित थे. हम उनके परिवार, दोस्तों और सहकर्मियों के प्रति अपनी संवेदनाएं जाहिर करते हैं.'