भारत-जापान बनें संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्यः विक्रमसिंघे
श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने मंगलवार को जापान में कहा कि भारत व जापान को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य बनाया जाना चाहिए। श्रीलंकाई सरकार इस प्रस्ताव का समर्थन करेगी। जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के अंतिम संस्कार में दुनिया भर के देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे भी अंतिम संस्कार में भाग लेने जापान गए। यहां उन्होंने जापान के विदेश मंत्री योशिमासा हयाशी के साथ एक बैठक कर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर श्रीलंका को समर्थन देने के लिए जापान की सराहना की। बैठक के दौरान श्रीलंकाई राष्ट्रपति ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता के लिए जापान और भारत का समर्थन किया।
विक्रमसिंघे के कार्यालय ने एक बयान जारी कर कहा कि भारत सुरक्षा परिषद में सुधार व विस्तार के लिए वर्षों से प्रयास कर रहा है। भारत संयुक्त राष्ट्र की स्थायी सदस्यता का हकदार है। बता दें कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में फिलहाल पांच स्थायी सदस्य और दस अस्थायी सदस्य है। पांच स्थायी सदस्यों में रूस, ब्रिटेन, चीन, फ्रांस और अमेरिका शामिल है। यह देश किसी भी ठोस प्रस्ताव को वीटो कर सकते है।
जबकि दस अस्थायी सदस्यों को संयुक्त राष्ट्र महासभा की ओर से दो साल के लिए चुना जाता है। बीते कुछ सालों से संयुक्त राष्ट्र में स्थायी सदस्यों की मांग तेजी से बढ़ी है। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने हाल ही में संयुक्त राष्ट्र महासभा के 77वें सत्र को संबोधित करते हुए कहा था कि भारत बड़ी जिम्मेदारियां उठाने के लिए तैयार है।