भारत अफगानिस्तानी नागरिकों को लंबी अवधि का वीजा देने पर विचार कर रहा, जानिए कीन्हे मिलेगा
विदेश मंत्रालय की तरफ से आधिकारिक तौर
जनता से रिश्ता :- अफगानिस्तान में हालात बेहद खराब हो चुके हैं और राजधानी काबुल को छोड़ कर तकरीबन ज्यादातर बड़े शहरों पर या तो तालिबान का कब्जा हो चुका है या वहां उनका कब्जा होने की स्थिति बन गई है। ऐसे में भारत न सिर्फ अफगानिस्तान से अपने नागरिकों को बाहर निकालने की योजना को अंतिम रूप दे रहा है बल्कि वहां के अल्पसंख्यकों, भारतीय मिशनों, प्रोजेक्ट्स में काम करने वालों और सिविल सोसायटी के लोगों को भी प्रश्रय देने की योजना पर काम कर रहा है। सोच यह है कि तालिबान से भयाक्रांत इन लोगों को भारत में लंबी अवधि का वीजा उपलब्ध करा कर सुरक्षित जीवन यापन का मौका दिया जाए। पहले भी बड़ी संख्या में अफगानवासियों को भारत में लंबी अवधि का वीजा दिया गया था।
विदेश मंत्रालय की तरफ से आधिकारिक तौर पर इस योजना के बारे में कुछ नहीं बताया गया है। अलबत्ता एक हफ्ते पहले विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने अफगानिस्तान से हिंदुओं और सिखों को भारत लाने की योजना के बारे में बताया था। अब बताया जा रहा है कि जिन लोगों को लंबी अवधि का वीजा दिया जाएगा उसमें धर्म का उतना महत्व नहीं होगा जितना की उन पर मंडरा रहे खतरे का। इसमें पत्रकारों, लेखकों या दूसरे क्षेत्र से प्रबुद्ध वर्ग के लोगों को भी प्राथमिकता दी जाएगी। भारत ने एक साल पहले भी तालिबान आतंकियों की तरफ से एक सिख परिवार के कई लोगों की हत्या करने के बाद वहां से तीन सौ से ज्यादा सिखों व हिंदुओं को बुलाने की व्यवस्था की थी।
अमेरिका, कनाडा जैसे कुछ दूसरे देश भी अफगानिस्तान से अपने नागरिकों व अधिकारियों को निकालने के साथ ही वहां से हजारों नागरिकों को अपने यहां लाने की योजना पर काम कर रहे हैं।