भारत ने यूएई के रवाबी जहाज को छोड़ने की अपील की, संयुक्त राष्ट्र से लगाई गुहार
हूती विद्रोही लगातार सऊदी अरब पर ड्रोन और मिसाइल हमले कर रहे हैं।
संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के जहाज रवाबी को चला रहे चालक दल के 7 भारतीय सदस्यों को यमन में सक्रिय ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने अपने कब्जे में ले लिया है। भारत ने इस घटना पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए संयुक्त राष्ट्र से मदद की गुहार लगाई है। इस बीच संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि उसने रवाबी पर तैनात चालक दल के सदस्यों से बात की है। हूती विद्रोहियों का कहना है कि इस जहाज पर घातक हथियार लदे हुए थे और लाल सागर से उसे पकड़ा गया था।
भारतीय चालक दल को बंधक बनाए जाने पर संयुक्त राष्ट्र में भारतीय राजदूत टीएस त्रिमूर्ति ने कहा, 'हम हूती विद्रोहियों से अपील करते हैं कि वे चालक दल और जहाज को तत्काल छोड़ दें। साथ ही हूती विद्रोही भारतीय चालक दल को छोड़ने तक उनकी सुरक्षा को सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी लें। वहीं संयुक्त राष्ट्र ने बुधवार को एक बयान जारी करके कहा कि उसने यूएई के इस जहाज के चालक दल से बात की है जो अभी हूती विद्रोहियों के कब्जे में हैं।
यमन में साल 2011 से गृहयुद्ध चल रहा
संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि उसके सदस्यों ने गश्ती दल ने रवाबी जहाज को कुछ दूरी से देखा है और उसके चालक दल से बात की है। इस बीच सऊदी अरब के नेतृत्व वाले गठबंधन ने दावा किया है कि इस जहाज पर मेडिकल का सामान लदा हुआ था। बताया जा रहा है कि इस जहाज पर चालक दल के कुल 11 सदस्य हैं, इनमें से 7 भारतीय हैं। भारतीय राजदूत ने कहा कि यह घटना इस इलाके में जारी तनाव को काफी बढ़ा सकता है। साथ ही इस क्षेत्र में नौवहन सुरक्षा को लेकर खतरा बढ़ सकता है।
भारत ने कहा है कि वह इस जहाज को चलाने वाली कंपनी के साथ संपर्क में हैं। यह घटनाक्रम ऐसे समय पर हुआ है जब यमन में सऊदी गठबंधन की ओर से सैन्य अभियान काफी तेज हो गया है। भारत ने यह भी आह्वान किया कि यमन पूरी तरह से सीजफायर लागू किया जाए। इसके बाद एक राजनीतिक प्रक्रिया को शुरू किया जाए जिसमें महिलाओं को भी अहम भूमिका दी जाए। यमन में साल 2011 से गृहयुद्ध चल रहा है। हूती विद्रोहियों का कहना है कि उन्होंने इस जहाज में कई हथियार और बख्तरबंद वाहन पकड़े हैं। उन्होंने इसके वीडियो भी जारी किए हैं। हूती विद्रोही लगातार सऊदी अरब पर ड्रोन और मिसाइल हमले कर रहे हैं।