कोरोना के मामलों में हुई बढ़ोतरी, इलाकों को 'ओरेंज', 'यलो' और 'रेड' में किया गया विभाजित
इसके अलावा अभी बुजुर्ग लोगों और स्वास्थ्य कर्मचारियों को वैक्सीनेशन में प्राथमिकता दी जा रही है
कोरोनावायरस (Coronavirus) की शुरुआत होने पर इससे बुरी तरह प्रभावित होने वाले इटली (Italy) में एक बार फिर खतरा मंडराने लगा है. इटली में एक बार फिर कोविड-19 (Covid-19) के मामलों में इजाफा हो रहा है. इसके पीछे की वजह ब्रिटेन (Britain) में मिला वायरस का नया वेरिएंट (Variant) है. देश के शीर्ष वायरोलॉजिस्ट मासिमो गली (Massimo Galli) ने इसकी चेतावनी दी है. गली की ये टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब इतावली लोग बड़ी संख्या में अधिकारियों की घरों में रहने की अपील को नकारते हुए वीकेंड पर बाहर निकले.
'साको डे मिलान' अस्पताल में काम करने वाले वायरोलॉजिस्ट मासिमो गली ने कहा, बिल्कुल मैं चिंतित हूं. देश में बढ़ रहे संक्रमण के मामले ब्रिटेन के वेरिएंट की वजह से बढ़े हैं. ईमानदारी से कहूं तो जितने भी डाटा सामने आ रहे हैं, वे इस बात की ओर इशारा कर रहे हैं कि नए मामलों में इजाफा हो रहा है. हालांकि, इटली के हायर इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ ने लोगों से अपील की कि वह घरों में ही रहें. लेकिन भीषण सर्दी के बाद जब इटली में मौसम सुहावना हुआ तो बड़ी संख्या में लोग घरों से बाहर निकले.
इलाकों को 'ओरेंज', 'यलो' और 'रेड' में विभाजित किया गया
रविवार को वेरिएंट मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिली. अधिकारियों ने तीन ऐसे इलाकों की पहचान की है, जहां हल्के से ज्यादा खतरे का अंदेशा है. अभी तक कुल 20 इलाकों में से नौ इलाके ऐसे हैं, जिन्हें 'ओरेंज' कैटेगरी में रखा गया है. वहीं, बाकी के 11 इलाकों को 'यलो' कैटेगरी में रखा गया. 'ओरेंज' कैटेगरी का मतलब होता है कि यहां रहने वाले लोगों के यात्रा करने पर प्रतिबंध लागू होता है. इन इलाकों में रेस्तरां और बार को बंद कर दिया गया है. कुछ इलाकों को 'रेड' कैटेगरी में विभाजित किया गया है, जहां वायरस का प्रभाव सबसे ज्यादा है.
इटली में 29 लाख हो चुके हैं संक्रमित
रविवार तक इटली में कोरोना के चलते मरने वाले कुल लोगों की संख्या 95,718 थी. वहीं, अब तक इटली में 29 लाख कोरोनावायरस की चपेट में आ चुके हैं. देश में अब कोरोना के खिलाफ वैक्सीनेशन की शुरुआत हो चुकी है. बड़ी संख्या में लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है. इसके अलावा अभी बुजुर्ग लोगों और स्वास्थ्य कर्मचारियों को वैक्सीनेशन में प्राथमिकता दी जा रही है.