बुर्किना फासो में जारी हिंसा के बीच, राष्ट्रपति रोच मार्क को विद्रोही सैनिकों ने बनाया बंदी

राष्ट्रपति के समर्थन में एक बयान जारी किया और विद्रोहियों के साथ बातचीत का आग्रह किया.

Update: 2022-01-24 11:19 GMT

बुर्किना फासो (Burkina Faso) के राष्ट्रपति रोच मार्क क्रिश्चियन काबोरे (Roch Marc Christian Kaboré) को एक सैन्य शिविर में विद्रोही सैनिकों द्वारा बंदी बना लिया गया है.

दो सुरक्षा सूत्रों और एक पश्चिम अफ्रीकी राजनयिक ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने इसकी जानकारी दी है. इससे पहले रविवार को राजधानी औगाडोउगोउ (Ouagadougou) में राष्ट्रपति आवास के पास गोलियों की आवाज सुनी गई. सोमवार सुबह को राष्ट्रपति के काफिले में शामिल गाड़ियों को उनके आवास के पास देखा गया, जिसमें गाड़ियों पर गोलियों के निशान मौजूद थे. एक गाड़ी पर खून के निशान भी देखे गए.
राष्ट्रपति आवास के पास रहने वाले लोगों ने बताया कि रातभर गोलियों की आवाज सुनाई दी. हालांकि, सरकार ने रविवार को उन अफवाहों का खंडन कर दिया था कि देश में तख्तापलट होने वाला है, जबकि सैन्य शिविरों से कई घंटों तक गोलियां चलती रहीं. वहीं, विद्रोही सैनिकों ने इस्लामी आतंकवादियों के खिलाफ अपनी लड़ाई के लिए और अधिक समर्थन की मांग की. पश्चिमी अफ्रीकी देश में हाल के महीनों में आतंकियों द्वारा नागरिकों और सैनिकों की लगातार हत्या के कारण निराशा बढ़ी है. इनमें से कुछ लोगों का संबंध इस्लामिक स्टेट (Islamic State) और अल कायदा (Al Qaeda) से है.
सरकार ने हालात नियंत्रण में होने का दावा किया
गौरतलब है कि राष्ट्रपति आवास के पास रविवार देर रात गोलियों की आवाज सुनी गई. इससे पहले विद्रोही सैनिकों ने दिन में एक सैन्य अड्डे पर कब्जा कर लिया था, जिससे अब देश में सैन्य तख्तापलट की आशंका बढ़ गई है. सरकारी अधिकारियों ने लोगों को आश्वस्त करने की कोशिश की थी कि सेना के अड्डे पर घंटों गोलियां चलने के बावजूद स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन दिन के अंत में विद्रोहियों का समर्थन कर रहे सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों ने काबोरे की पार्टी की एक इमारत में भी आग लगा दी.इलाके में मौजूद कई लोगों ने बताया कि गोलियों की आवाज के आलावा हेलीकॉप्टर की आवाजें भी वहां सुनी गई.
राष्ट्रपति के इस्तीफे की मांग कर हुए भारी प्रदर्शन
देश में इस्लामी चरमपंथ से सरकार के निपटने के तौर-तरीकों को लेकर हफ्तों से बढ़ते असंतोष के बाद काबोरे के इस्तीफे का आह्वान करते हुए रविवार को भारी प्रदर्शन किया गया था. सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों ने विद्रोही सैनिकों को सार्वजनिक समर्थन दिया, जिससे सुरक्षा बलों को राजधानी में भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागने पड़े. ईसीओडब्ल्यूएएस के रूप में पहचाने जाने वाले पश्चिम अफ्रीकी क्षेत्रीय ब्लॉक ने सैन्य तख्तापलट के बाद पिछले 18 महीनों में माली और गिनी को पहले ही निलंबित कर दिया है. उसने बुर्किना फासो के राष्ट्रपति के समर्थन में एक बयान जारी किया और विद्रोहियों के साथ बातचीत का आग्रह किया.


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