नई दिल्ली: रूसी परमाणु पनडुब्बियों ने मंगलवार को बेरेंट सागर में उतरकर अभ्यास की शुरुआत की. इस अभ्यास के दौरान बर्फ से ढंके साइबेरियाई क्षेत्र में मोबाइल मिसाइल लॉन्चर की भी चहलकदमी दिखी. यूक्रेन पर हमले के बाद पश्चिमी देशों से तनाव बढ़ने को लेकर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा अपने देश के परमाणु बलों को हाई-अलर्ट पर रहने के आदेश देने के बाद ये अभ्यास किए जा रहे हैं.
रूस के उत्तरी बेड़े ने एक बयान में कहा कि उसकी कई परमाणु पनडुब्बियां अभ्यास में शामिल रहीं, जिसका मकसद इन्हें विपरीत परिस्थितियों में सैन्य साजोसामान को लाने-जाने के लिए प्रशिक्षित करना है.
हमले की आलोचना करने वाला रेडियो स्टेशन बंद
रूस की सरकार के आलोचक रहे देश के एक रेडियो स्टेशन से मंगलवार को प्रसारण बंद हो गया. प्राधिकारियों ने यूक्रेन पर रूस के आक्रमण की कवरेज को लेकर उसे बंद करने की चेतावनी दी थी. रूस के सबसे पुराने रेडियो स्टेशन में से एक इको मॉस्की के खिलाफ यह कदम तब उठाया गया है जब रूस के स्वतंत्र मीडिया पर यूक्रेन पर हमले की खबरें जारी करने में क्रेमलिन के आधिकारिक रुख के अनुसार चलने का दबाव बढ़ रहा है.
भारत ने यूक्रेन भेजी दवाइयां और अन्य सामान
भारत ने मानवीय सहायता के तौर पर यूक्रेन को पोलैंड के रास्ते दवाओं और अन्य राहत सामग्री की पहली खेप मंगलवार को भेजी. विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने मीडिया को बताया कि बुधवार को एक अन्य विमान से पूर्वी यूरोपीय देश को सहायता की दूसरी खेप भेजी जाएगी. उन्होंने कहा कि पोलैंड के जरिए यूक्रेन को मानवीय सहायता की पहली खेप लेकर एक विमान सुबह रवाना हुआ.
रूस और यूक्रेन (Russia-Ukraine Crisis) के बीच जारी जंग का आज छठा दिन है. रूस की ओर से लगातार हमला जारी है तो यूक्रेन भी लगातार माकूल जवाब दे रहा है. दोनों पक्षों को खासा नुकसान हुआ है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिबंध और बातचीत के जरिए रूस पर दबाव बनाने की कोशिश की जा रही है ताकि वह तत्काल सैन्य कार्रवाई रोक दे, लेकिन हमले अभी भी हो रहे हैं. हमलों की वजह से यूक्रेन में काफी तबाही हुई है.