काबुल के प्राचीन आसामाई मंदिर में 120 से 150 के श्रद्दालु, हरे कृष्णा' की गूंज, हिंदुओं ने यूं मनाई नवरात्रि

अध्यक्ष राम शरण सिंह ने कहा कि इस आयोजन में अफगान हिंदुओं और सिखों सहित लगभग 120-150 लोगों ने कीर्तन में भाग लिया.

Update: 2021-10-13 09:06 GMT

काबुल: अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार बनने के बाद से ही अल्पसंख्यकों में डर का माहौल है. बीते दिनों अल्पसंख्यकों पर अत्याचार की कई खबरें भी आईं. लेकिन अब यहां से कुछ ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं जिन्हें देखकर कहा जा सकता है कि तालिबान कुछ सुधर रहा है. दरअसल, अफगानिस्तान की राजधानी काबुल से कुछ तस्वीरें सामने आई हैं, जिसमें काबुल में रहने वाले हिंदू समुदाय के लोगों को नवरात्रि मनाते हुए देखा जा रहा है.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अफगानिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय ने मंगलवार को काबुल के प्राचीन आसामाई मंदिर में धूमधाम से नवरात्रि उत्सव मनाया. इस दौरान मंदिर के अंदर भगवान की आरती गाई गई और काफी देर तक कीर्तन चलता रहा.
काबूल में 'हरे रामा, हरे कृष्णा' की गूंज
आरती के दौरान 'हरे रामा, हरे कृष्णा' के जयकारों से पूरा परिसर गूंज उठा. हिंदू अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने अफगानिस्तान की शांति और समृद्धि और भारत में रहने वाले उनके भाइयों के लिए प्रार्थना की. मंदिर में भंडारे का आयोजन भी किया गया.
भंडारे का आयोजन
जानकारी के मुताबिक, मंदिर में करीब 120 से 150 के करीब श्रद्दालु पहुंचे थे और काफी देर तक कीर्तन का कार्यक्रम चला. कीर्तन खत्म होने के बाद भंडारे का आयोजन किया गया था. आसामाई मंदिर प्रबंधन समिति के अध्यक्ष राम शरण सिंह ने कहा कि इस आयोजन में अफगान हिंदुओं और सिखों सहित लगभग 120-150 लोगों ने कीर्तन में भाग लिया.


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