दक्षिण अफ्रीका में महज इतने युवाओं को लगा टीका, जानिए क्या है जवाब

अभी वो किसी नतीजे पर नहीं पहुंचे हैं.

Update: 2021-11-29 08:12 GMT

दक्षिण अफ्रीका (South Africa) में कोविड-19 (Covid-19) मामलों की हुई बढ़ोतरी में शेवाने यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी एक हॉटस्पॉट (Hotspot) के तौर पर उभरी है. इस यूनिवर्सिटी में कई स्टूडेंट संक्रमित पाए गए हैं और यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कुछ परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं. बता दें कि हॉटस्पॉट वह स्थान होता है जहां ज्यादा संख्या में कोविड-19 के मामले सामने आते हैं.

दक्षिण अफ्रीका में महज इतने युवाओं को लगा टीका
इस बीच शेवाने के अधिकारी अब टीकाकरण (Vaccination) पर जोर दे रहे हैं. अधिकारी विशेष तौर पर कम उम्र के लोगों के टीकाकरण पर अधिक जोर दे रहे हैं, जिनमें इसकी गति धीमी थी. शेवाने यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी में अधिकतर स्टूडेंट्स को टीका नहीं लगा है. दक्षिण अफ्रीका में 18 से 34 साल के लोगों में से केवल 22 प्रतिशत को टीका लगाया गया है. वैक्सीन की एक डोज ले चुके छात्र मनकोबा जिथा ने कहा कि वह साथी स्टूडेंट्स को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करेगा. जिथा ने कहा, 'मैं उन्हें प्रोत्साहित करने की कोशिश कर रहा हूं ताकि वे टीका लें. इससे वे कोरोना वायरस से दूर रह सकेंगे. महामारी से लोग मर रहे हैं और संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है.'
इस बात से निराश है दक्षिण अफ्रीका की सरकार
महामारी को लगभग दो साल बीत चुके हैं. दुनिया कोविड-19 के नए वैरिएंट के संक्रमण को रोकने के लिए संघर्ष कर रही है, जिसकी पहले दक्षिण अफ्रीका में पहचान की गई थी. कई देश दक्षिण अफ्रीका के यात्रियों पर प्रतिबंध लगा रहे हैं जोकि दक्षिण अफ्रीकी सरकार के लिए निराशाजनक है.
पुराने वैरिएंट से ज्यादा संक्रामक है Omicron
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने वायरस के नए वैरिएंट को Omicron नाम दिया है, जो बहुत ज्यादा संक्रामक है. हालांकि इसके वास्तविक जोखिमों को अभी तक समझा नहीं गया है. डब्ल्यूएचओ ने कहा कि शुरुआती सबूत बताते हैं कि इससे जोखिम बढ़ गया है कि जिन लोगों को पहले से ही कोविड​​​​-19 हो चुका है, उन्हें ये फिर हो सकता है. ये जानने में हफ्तों लग सकते हैं कि क्या मौजूदा टीके इसके खिलाफ कम प्रभावी हैं. फिर भी कुछ एक्सपर्ट्स को वैक्सीन से उम्मीद है कि वैक्सीन गंभीर बीमारी और मृत्यु को रोकने में कम से कम कुछ हद तक प्रभावी है. उन्होंने लोगों को वैक्सीन लगाने के लिए प्रोत्साहित करना जारी रखा है.
क्या युवाओं को Omicron से है ज्यादा खतरा?
डॉक्टरों के अनुसार, Omicron संक्रमितों में लक्षण हल्के दिखाई देते हैं. हालांकि विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि संक्रमण का शुरुआती दौर युवाओं में देखने को मिला है और अगर बुजुर्ग और बिना टीकाकरण वाले लोग इसकी चपेट में आते हैं तो स्थिति और गंभीर हो सकती है. शुरुआती दौर में Omicron से युवाओं के ज्यादा संक्रमित होने से ये नहीं कहा जा सकता है कि युवाओं को कोरोना के नए वैरिएंट से अन्य के मुकाबले ज्यादा खतरा है. वैज्ञानिक अभी Omicron पर रिसर्च कर रहे हैं. अभी वो किसी नतीजे पर नहीं पहुंचे हैं.
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