इमरान सेना प्रमुख की नियुक्ति को विवादास्पद बनाने के लिए कर रहे लंबे मार्च का इस्तेमाल : बिलावल भुट्टो
बिलावल भुट्टो
इस्लामाबाद, (आईएएनएस)| पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने इमरान खान को 'अलोकतांत्रिक खेल का खिलाड़ी' बताते हुए शनिवार को कहा कि पीटीआई के अध्यक्ष सेना प्रमुख की संवैधानिक नियुक्ति पर विवाद पैदा करने की तैयारी में हैं। बिलावल ने इस्लामाबाद में पत्रकारों से कहा, "खान अपनी विरोध की राजनीति के माध्यम से इस महत्वपूर्ण नियुक्ति के साथ-साथ संविधान के क्रियान्वयन को विवादित बनाना चाहते हैं।"
उन्होंने कहा, "खान के लॉन्ग मार्च के पीछे कोई लोकतांत्रिक एजेंडा नहीं है।"
द न्यूज के मुताबिक, बिलावल ने यह भी कहा कि वह इमरान खान और अन्य ताकतों को इस तरह के खेल खेलने से परहेज करने की चेतावनी दे रहे हैं।
उन्होंने कहा, "सिर्फ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ही सेना प्रमुख की नियुक्ति के लिए अधिकृत हैं और हमारे प्रमुख नए सेनाध्यक्ष के रूप में जिसका भी नाम लेंगे, हम उसके साथ खड़े रहेंगे।"
बिलावल ने इमरान खान को सलाह दी कि पहले प्रधानमंत्री को नियुक्ति के बारे में फैसला लेने दें और फिर रैली के लिए अपने साथियों के साथ संघीय राजधानी में उतरें।
उन्होंने कहा, "नियुक्ति की प्रक्रिया अगले सप्ताह तक शुरू होने वाली है। उन्हें संवैधानिक प्रक्रिया के मुताबिक अपना काम करने देना चाहिए। वह नए सेना प्रमुख की नियुक्ति के एक सप्ताह बाद भी मार्च कर सकते हैं।"
मंत्री ने एक सवाल के जवाब में कहा कि उन्हें नहीं लगता कि पीटीआई के लॉन्ग मार्च विरोध का सऊदी क्राउन मोहम्मद बिन सलमान की पाकिस्तान यात्रा स्थगित होने से कोई लेना-देना नहीं है।
बिलावल ने कहा, "सऊदी प्रमुख के राज्य के दौरे को ठंडे बस्ते में डालने में इसकी एक छोटी भूमिका हो सकती है।"
उन्होंने यह भी कहा कि इमरान खान ने देश को आर्थिक संकट में डाल दिया और दावा किया कि पूर्व प्रधानमंत्री भी आईएमएफ के साथ पाकिस्तान के ऋण समझौते को विफल करने की साजिश कर रहे थे।