इमरान खान ने की राष्ट्रपति गोतबाया से बात, बोले हिंसा के दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करेंगे
पाकिस्तान में श्रीलंका के एक नागरिक की भीड़ हिंसा में हत्या की घटना को लेकर पाक के प्रधानमंत्री इमरान खान ने रविवार को श्रीलंका के राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे से फोन पर बात की।
पाकिस्तान में श्रीलंका के एक नागरिक की भीड़ हिंसा में हत्या की घटना को लेकर पाक के प्रधानमंत्री इमरान खान ने रविवार को श्रीलंका के राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे से फोन पर बात की। इमरान खान ने राष्ट्रपति गोतबाया को इस बात का आश्वासन दिया कि श्रीलंका के नागरिक प्रियंथा कुमार दियावदना की ईशनिंदा के आरोपों में हत्या करने वाली भीड़ पर कोई रहम नहीं किया जाएगा।
इमरान ने यह भी बताया कि मामले में अब क 114 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। श्रीलंका के राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने घटना से जुड़े सभी वीडियो और सूचनाएं हासिल कर ली हैं। इमरान खान ने राष्ट्रपति गोतबाया से कहा कि दियावदना लंबे समय से पकिस्तान में काम कर रहे थे और एक मैनेजर के तौर पर बेहद पेशेवर थे।
ईशनिंदा के आरोप में टीएलपी समर्थकों ने किया था हमला
शुक्रवार को हुई इस घटना में कट्टर इस्लामी पार्टी तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) के समर्थकों ने ईशनिंदा के आरोप लगाते हुए एक कपड़ा कारखाने पर हमला कर दिया था। इस दौरान आक्रोशित टीएलपी समर्थकों ने कारखाने के मैनेजर दियावदना को हत्या कर दी थी और शव को आग लदा दी थी। पंजाब प्रांत में हुई इस भयावह घटना ने पाक सरकार पर कई सवाल खड़े किए हैं।
800 लोगों के खिलाफ दर्ज, 13 मुख्य आरोपी भी गिरफ्तार
मामले में कार्रवाई करते हुए पाक सरकार ने 800 से अधिक लोगों के खिलाफ आतंकवाद के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। गिरफ्तार किए गए कुल लोगों में 13 मुख्य आरोपी शामिल हैं। श्रीलंका की संसद और प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने शनिवार को इस घटना की कड़ी निंदा की थी और उम्मीद जताई थी कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
सियालकोट जिले के कपड़ा कारखाने में मैनेजर थे प्रियंथा
प्रियंथा कुमार दियावदना स्पोर्ट्स गारमेंट्स का काम करने वाली राजको इंडस्ट्रीज में जनरल मैनेजर के पद पर काम कर रहे थे। पाकिस्तान के सियालकोट जिले में स्थित यह फैक्टरी लाहौर से करीब 100 किलोमीटर दूर है। दियावदना अपने पीछे पत्नी और दो बच्चों को छोड़ गए हैं। वह रोजगार के लिए साल 2010 में पाकिस्तान आए थे और साल 2012 से इस फैक्टरी में काम कर रहे थे।
पाक में एमनेस्टी कार्यकर्ता को 14 साल की कैद
दूसरी ओर, पाकिस्तान में एमनेस्टी इंटरनेशनल के लिए काम करने वाले इदरीश खटक को जासूसी का आरोप लगाकर 14 साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई गई है। डॉन अखबार ने रक्षा सूत्रों के हवाले से बताया कि फील्ड जनरल कोर्ट मार्शल (एफजीसीएम), झेलुम ने खटक को जासूसी और संवेदनशील दस्तावेज लीक करने का दोषी ठहराया।