पाकिस्तान की सत्ता से बेआबरू होकर बेदखल होने के बाद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान 20 अप्रैल, मंगलवार की रात अपनी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के Twitter Space में आए. इमरान ने अपने कार्यकाल की उपलब्धियों को बताया और शहबाज शरीफ पर जमकर निशाना साधा. इमरान ने विभिन्न मसलों पर लोगों के सवालों के जवाब भी दिए लेकिन सेना से जुड़े सवाल पर बोलने से बचते नजर आए.
इमरान खान ने सत्ता गंवाने का दर्द बयां करते हुए कहा कि हमारे कुछ लोगों ने व्यक्तिगत हितों को तरजीह देते हुए गद्दारी की. सारे टिकट मैंने नहीं दिए थे, इस बार अधिक सतर्कता के साथ टिकट बांटेंगे. उन्होंने नवाज शरीफ और जरदारी को चोर बताया और कहा कि मेरे आह्वान पर जितने लोग अपने घरों से बाहर निकल आए, उतनी मैंने भी कल्पना नहीं की थी. इमरान ने कहा कि जो भीड़ सड़कों पर निकली थी, मैंने उसके 5 फीसदी की ही कल्पना की थी.
उन्होंने कहा कि पाकिस्तानियों ने दुनियाभर में सड़कों पर निकल कर ये बता दिया कि हम साजिश के तहत चोरों की सरकार को थोपे जाने का फैसला स्वीकार नहीं करते. हमें कौम बनने की जरूरत है. इमरान खान ने कहा कि कौम बनने की ये प्रक्रिया 75 साल पहले ही शुरू हो जानी चाहिए थी. उन्होंने जम्मू कश्मीर को लेकर कहा कि नवाज शरीफ और जरदारी की सरकारें भारत को खुश रखने में जुटी रहीं. इमरान खान ने कहा कि शरीफ और जरदारी की सरकारें इसलिए भारत को नाराज करना नहीं चाहती थीं कि क्योंकि वे चोर थे. इनके पास काली कमाई के पैसे थे, विदेशों में संपत्ति थी जो जब्त हो सकती है. उन्होंने कहा कि अमेरिका में भारत की मजबूत लॉबी है. हमारी सरकार ने कश्मीर का मसला दुनियाभर में उठाया, हर मंच पर उठाया. इमरान ने दावा किया कि पाकिस्तान में चुनाव होने दीजिए, पीटीआई के सामने कोई सियासी दल नहीं टिकेगा. हम और मजबूती से सत्ता में आएंगे.
इमरान खान ने आसिफ अली जरदारी पर हमला बोलते हुए कहा कि ओबामा ने कहा था, लादेन को मारने के बाद डरते-डरते कॉल किया था कि पता नहीं कैसा रिएक्शन मिलेगा. हमने पाकिस्तान में घुसकर एक आदमी को मार डाला. जरदारी ने कोई प्रतिक्रिया देने की बजाय मुबारकबाद देनी शुरू कर दी. हमारे देश में ऐसे तो हुक्मरान रहे हैं.
अपनी जान को खतरे पर इमरान ने कहा कि इंसान जितनी एहतियात बरत सकता है, बरतता है. लेकिन जब अल्लाह का बुलावा आ जाएगा तब चाहे जितने जतन कर लो, जाना ही पड़ेगा. उन्होंने अपनी पार्टी के ट्विटर स्पेस में सत्ता गंवाने को लेकर कहा कि हमें पहले से ही हार के बाद वापसी करने की आदत है. हमने जिस दौर में क्रिकेट खेलना शुरू किया था, हमारी टीम मैदान में उतरने से पहले ही मानसिक रूस से हारी होती थी. हमने टीम को विश्व चैम्पियन बनाया. इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के Twitter Space में 1 लाख 63 हजार लोग थे. स्पेस के होस्ट के मुताबिक इसकी अधिकतम लिमिट 56 हजार ही होती है. इस Twitter Space के दौरान किसी तरह की कोई रुकावट न आए, उसके लिए इमरान की पार्टी के लोगों ने संयुक्त अरब अमीरात में Twitter के अधिकारियों से बातचीत भी की थी.
ये Twitter Space करीब 1 घंटे 23 मिनट तक चला जिसमें लोगों ने इमरान से पाकिस्तान की आंतरिक कलह, वर्तमान राजनीतिक हालात के साथ ही विदेश नीति और मौजूदा चुनौतियों को लेकर तीखे सवाल किए. इमरान खान ने सभी सवालों के बेबाकी से जवाब भी दिए. इस Twitter Space में पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज आलराउंडर वसीम अकरम, इमरान सरकार में मंत्री रहे चौधरी फव्वाद हुसैन भी मौजूद रहे. गौरतलब है कि इमरान खान को बड़े बेआबरू होकर पाकिस्तान की सत्ता गंवानी पड़ी थी. इमरान के खिलाफ पाकिस्तान के विपक्षी दल अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए थे. इमरान खान ने तब भी विदेशी साजिश की बात की थी. इमरान ने सीधे-सीधे अमेरिका पर अपनी सरकार गिराने की साजिश का आरोप लगा दिया था. पाकिस्तान की नेशनल असेंबली के डिप्टी स्पीकर ने अविश्वास प्रस्ताव को खारिज कर दिया था जिसके बाद इस मामले में सुप्रीम कोर्ट को दखल देना पड़ा था. कोर्ट के आदेश पर नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग हुई और कई दिन तक चले सियासी ड्रामे के बाद इमरान खान को सत्ता गंवानी पड़ी थी.
इमरान खान की सरकार की विदाई के बाद नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग- नवाज (पीएमएल-एन) और आसिफ अली जरदारी की पार्टी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने गठबंधन सरकार बनाई. नवाज शरीफ के भाई शहबाज शरीफ पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री बने. शहबाज शरीफ की पीएम पद पर ताजपोशी के बाद इमरान खान तोहफों को लेकर भी विवादों में घिरे हुए हैं.