Political Crisis in Pakistan: पाकिस्तान की राजनीति में रविवार को नया मोड़ आ गया. दरअसल, रविवार यानी 3 अप्रैल को यहां 'बड़ा मैच' होने वाला था. जिसका हर किसी को इंतजार था. विपक्ष यानी मरियम नवाज़, शाहबाज़ शरीफ, बिलावल भुट्टो, मौलाना फज़लुर्रहमान ने तैयारी कर ली थी कि इमरान खान को पाकिस्तान की संसद में सत्ता का मैच हराना है. लेकिन अविश्वास प्रस्ताव के मैच में इमरान खान ने सुपर ओवर डाल दिया. इमरान खान के इस सुपर ओवर ने विपक्ष का गेम ओवर कर डाला. लिहाजा इमरान खान ने सत्ता की पिच पर 6 गेंद फेंकी. जिसमें विपक्ष फंस गया.
इमरान की वो '6 गेंद' जिन पर विपक्ष का हुआ गेम ओवर
1- बाउंसर- इमरान खान ने ऐसा बाउंसर मारा कि पाकिस्तान की नेशनल एसेंबली भंग हो गई.
2- आउट स्विंगर- इमरान खान ने अपनी आउट स्विंगर से अविश्वास प्रस्ताव पर विपक्ष को कैच आउट करवा दिया.
3- इन स्विंगर- राजनीति की पिच पर इमरान खान ने इन स्विंगर फेंकी, तो सत्ता संघर्ष में विपक्ष को बोल्ड कर दिया.
4- गुड लेंथ- सुपर ओवर में इमरान खान की गुड लेंथ के चलते सियासी मसले पर पाकिस्तान आर्मी ने किनारा कर लिया.
5- यॉर्कर- इमरान खान ने पांचवी गेंद यॉर्कर मारी और पाकिस्तान में 90 दिन में चुनाव का ऐलान हो गया.
6- बीमर- सुपर ओवर के आखिर में इमरान खान ने बीमर मारा, इस बीमर से मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया.
संसद के भीतर 6 मिनट में पूरा खेल हो गया. स्पीकर इतनी तेजी में निकले कि अविश्वास प्रस्ताव से इमरान को हटाने के लिए तैयार विपक्षी बगले झांकते नजर आए.एसेंबली में 342 सदस्य हैं. बहुमत के लिए 172 का समर्थन चाहिए. इमरान खान के पास 142 सदस्यों के समर्थन था. विरोधियों के पास 199 सदस्यों का, लेकिन इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव नहीं आ सका और विपक्ष अपनी रणनीति के मुताबिक शाबाज़ शरीफ को प्रधानमंत्री नहीं बना सका. सत्ता के खेल में इमरान आत्मविश्वास से लबरेज नजर आए. इमरान खान ने 31 मार्च को दिए अपने देश के नाम संदेश में कहा था कि पाकिस्तान के होटलों में पैसे से लोग खरीदे जा रहे हैं. और आज उन्होंने कह दिया कि जो पैसे हैं, उन्हें रमजान के महीने में दान कर पुण्य कमा लें.
इमरान खान ने ऐसी फील्डिंग सजायी कि विरोधी बल्लेबाजों के हर शॉट या तो कैच हुए या आउटफील्ड में पकड़े गए या खिलाड़ी बोल्ड हो गए. इसे इस तरह समझें. इमरान खान देश के सामने आए और चुनाव का ऐलान कर दिया. अभी विपक्ष प्रदर्शन कर रहा था कि सूचना मंत्रालय ने कह दिया कि 90 दिन के भीतर चुनाव होंगे. इमरान खान ने राष्ट्रपति को एसेंबली भंग करने की सलाह दी. राष्ट्रपति ने मुहर लगा दी. कैबिनेट डिजॉल्व कर दी गई. विपक्ष चिल्लाता रह गया और इमरान खान ने संदेश दे दिया कि वो न तो सेना के लिखे प्री-रिकॉर्डेड भाषण देते हैं न अमेरिका से डरते हैं वो चुनाव में फिर से जीत कर आएंगे.
1992 विश्वकप में पाकिस्तान लीग स्टेज में इंग्लैंड के खिलाफ 74 पर ऑलआउट हो गया था. इंग्लैंड जीतने जा रहा था, लेकिन पानी बरस गया. प्वाइंट बंट गए. फिर उसी इंग्लैंड को हरा कर इमरान ने क्रिकेट का वर्ल्ड कप जीता. मतलब साफ है कि इमरान खान वापसी के किंग हैं, वो विश्वकप जीतने से पहले 1987 में क्रिकेट से संन्यास ले चुके थे. किसी वजह से लौटे और इतिहास रच दिया. पाकिस्तान में सियासत के जानकार कह रहे हैं इमरान ने अपने विरोधियों को एसेंबली में लाकर हरा दिया और साबित कर दिया कि वो खिलाड़ी हैं और बाकी सब अनाड़ी हैं.