नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक बड़ा बयान दिया है कि उनकों गुलामी पसंद नहीं इससे अच्छे वो मर जाएंगे।
पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) पर बैन की तैयारी है। डिफेंस मिनिस्टर ख्वाजा आसिफ ने बुधवार को कहा- PTI और इसके चेयरमैन इमरान खान ने सिर्फ फौज नहीं, बल्कि मुल्क की इज्जत पर हमला किया है। PTI को बैन करने पर विचार किया जा रहा है।
आसिफ के बयान के बाद शाम को इमरान ने यूट्यूब पर समर्थकों को संबोधित किया। कहा- मुझे नहीं, बल्कि पाकिस्तान को तबाह किया जा रहा है। पाकिस्तान का लोकतंत्र खतरे में है। मीडिया को दबाया जा रहा है। 25 लोगों को कत्ल किया गया। निहत्थे लोगों पर गोलियां चलाई गईं।
इमरान को 9 मई को करप्शन केस में गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद PTI वर्कर्स ने जिन्ना हाउस और आर्मी हेडक्वॉर्टर समेत कई फौजी ठिकानों पर हमले किए थे। इन मामलों में एक हजार से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
9 मई के बाद सियासी हलकों में आशंका जताई जाती रही है कि इमरान और PTI वर्कर्स का जो रवैया है, उसे देखते हुए इस पार्टी को बैन कर देना चाहिए। फौज के ठिकानों पर हमलों के बाद आर्मी चीफ ने साफ कहा था- इस हरकत के लिए जो भी जिम्मेदार हैं, चाहे वो कोई भी हों या कितने भी ताकतवर हों, उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा और उनके केस भी फौजी अदालतों में चलेंगे।
इसके बाद, बुधवार को सरकार की तरफ से डिफेंस मिनिस्टर ख्वाजा आसिफ सामने आए। कहा- हम PTI को बतौर पॉलिटिकल पार्टी बैन करने पर विचार कर रहे हैं। PTI वर्कर्स और इमरान ने जो किया है, वो पाकिस्तान के इतिहास में पहले कभी नहीं हुआ।
आसिफ ने कहा- तमाम लीगल ऑपशन्स देखे जा रहे हैं। कसूरवारों को ऐसी सजा मिलेगी, जो मिसाल बने। प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ और आर्मी चीफ जनरल आसिम मुनीर पहले ही यह बात साफ-साफ कह चुके हैं।
इमरान को 9 मई को 60 अरब पाकिस्तानी रुपए के करप्शन (अल कादिर ट्रस्ट स्कैम) के मामले में गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद उनके समर्थकों ने जिन्ना हाउस समेत फौज के कई ठिकानों पर जबरदस्त हमले किए थे। 8 लोग मारे गए थे।
इमरान का दावा है कि हिंसा के दौरान सिक्योरिटी फोर्सेज ने फायरिंग की थी और इसमें उनके 40 समर्थक मारे गए थे। इसके बाद फौज और सिक्योरिटी फोर्सेज इमरान के समर्थकों पर सख्त कार्रवाई कर रही हैं। यही वजह है कि खान के करीबी भी उनका साथ छोड़ते जा रहे हैं। अब तक कुल 16 बड़े नेता पार्टी छोड़ चुके हैं। आने वाले दिनों में कुछ और नेता भी खान का साथ छोड़ने वाले हैं।